क्या नीतीश कुमार ने लालू के 'जंगल राज' को खत्म कर 'सुशासन की सरकार' लाई?
सारांश
Key Takeaways
- बिहार का जनादेश लोकतंत्र की मजबूती को दर्शाता है।
- नीतीश कुमार ने जंगल राज को समाप्त किया है।
- विकास को प्राथमिकता देने वाला जनादेश।
- एनडीए 190 से 195 सीटों तक जा सकता है।
- जनता ने स्थिरता और प्रगति को चुना है।
मुंबई, 14 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के रुझानों पर अपनी प्रतिक्रिया में केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने कहा कि बिहार का जनादेश देश की मजबूत लोकतांत्रिक परंपरा को प्रदर्शित करता है।
उन्होंने कहा, "हमारे देश में लोकतंत्र बहुत मजबूत है। हर नागरिक को मतदान का अधिकार है और किसे वोट देना है, यह पूरी तरह मतदाता के विवेक पर निर्भर करता है। इस बार बिहार की जनता ने विकास को चुनकर अपना संदेश स्पष्ट कर दिया है।"
आठवले ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बिहार के लिए घोषित नए पैकेज के बाद राज्य में विकास की गति और तेज हुई है। उनका कहना था कि देश के विकास के साथ-साथ बिहार भी लगातार आगे बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा, "नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद यादव के जंगल राज को खत्म कर बिहार में लोकतंत्र और विकास की सरकार स्थापित की। इसी कारण इस बार बिहार की जनता ने रिकॉर्ड मतदान किया है। जनता ने स्थिरता और प्रगति को प्राथमिकता दी है।"
आठवले ने एनडीए के प्रदर्शन को लेकर बड़ा दावा करते हुए कहा कि गठबंधन 190 से 195 सीटों तक पहुंच सकता है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार एक बार फिर लगातार 10वीं बार मुख्यमंत्री बनेंगे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पीएम मोदी और नीतीश कुमार की जोड़ी ने बिहार को विकास की नई दिशा दी है और आने वाले दिनों में यह डबल इंजन डबल रफ्तार के साथ और तेजी से आगे बढ़ेगा। उनके मुताबिक, बिहार के वोटरों ने इसी भरोसे के साथ अपना जनादेश दिया है।
चुनाव के रुझानों पर बोलते हुए आठवले ने कहा कि परिणाम साफ तौर पर दिखा रहे हैं कि जनता ने स्थिर, सुरक्षित और विकास-उन्मुख शासन को चुना है। उन्होंने कहा कि बिहार में जनता का उत्साह और भारी वोटिंग इस बात का संकेत है कि लोग अपने बेहतर भविष्य के लिए निर्णायक फैसले ले रहे हैं।