क्या नित्यानंद राय ने विपक्ष पर तंज कसा? 'सिर्फ लड़ाई-झगड़े में ताकत और बुद्धि लगाते हैं'
 
                                सारांश
Key Takeaways
- नित्यानंद राय ने उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की जीत का समर्थन किया।
- विपक्ष की योजनाओं को उन्होंने धोखाधड़ी बताया।
- बिहार में विकास की आवश्यकता पर जोर दिया।
- प्रधानमंत्री मोदी का बिहार दौरा महत्वपूर्ण है।
- विपक्ष की नाकामी पर सवाल उठाए।
पटना, 10 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री और भाजपा नेता नित्यानंद राय ने उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन की शानदार जीत पर अपनी ख़ुशी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि एनडीए को अपने वोट से अत्यधिक समर्थन प्राप्त हुआ है, जो यह दर्शाता है कि विपक्ष की जो रणनीति थी, वह पूरी तरह विफल हो गई।
उन्होंने कहा कि उपराष्ट्रपति का पद एक संवैधानिक पद होता है। एनडीए के उम्मीदवार की जबरदस्त जीत हुई है। हमें बहुत अधिक वोट मिले हैं, जो यह संकेत देते हैं कि विपक्ष की जो योजना थी और उनकी करारी हार हुई है, यह स्पष्ट करता है कि वे सिर्फ लड़ाई-झगड़े में अपनी ताकत और बुद्धि लगाते हैं।
पटना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए, उन्होंने राजद नेता तेजस्वी यादव की 'माई बहिन मान योजना' और नौकरी के नाम पर फॉर्म भरवाने को लेकर कहा कि 'घमंडी गठबंधन' का भ्रम फैलाने और झूठ का प्रचार करने का इतिहास रहा है। अभी तक उनकी सरकार बनी नहीं है और 15 वर्षों तक महागठबंधन की सरकार रही है, जिसमें तेजस्वी यादव के माता-पिता की सरकार रही है। इन लोगों ने कुछ नहीं किया और अब तक उनकी सरकार बनने की कोई संभावना नहीं है, ऐसे में उनके लोग जाकर जो योजना का फॉर्म भरवा रहे हैं, यह एक धोखा है।
उन्होंने कहा कि बिहार के लोग पीएम मोदी के विकास, सम्मान और सेवा पर भरोसा करते हैं। उन्हें एनडीए और बिहार में नीतीश कुमार पर विश्वास है। तेजस्वी यादव के कुछ भी कहने से लोग भ्रमित नहीं होंगे। लेकिन, गरीबों और माताओं-बहनों को ठगने के लिए इस तरह का भ्रम फैलाना उचित नहीं है।
नित्यानंद राय ने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ये कुछ और बोलते हैं और करते कुछ और हैं। इन लोगों ने बिहार में चारा चोरी, अलकतरा और दूध की चोरी और घोटाला किया। इन लोगों का संस्कार स्पष्ट होता है। आज बिहार और देश को विकास की आवश्यकता है, गरीबों को घर में खुशियों की जरूरत है। देश में गरीबी कम हो रही है, बिजली मिल रही है और गांव-गांव में सड़कें और सुंदर रेलवे स्टेशन बन रहे हैं।
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के बिहार दौरे की जानकारी देते हुए कहा कि वे 15 सितंबर को पूर्णिया की धरती पर आ रहे हैं और कई सौगात देंगे।
 
                     
                                             
                                             
                                             
                                             
                             
                             
                             
                            