क्या नोएडा में प्राधिकरण की टीम को अतिक्रमण हटाने पर अभद्रता का सामना करना पड़ा?

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क्या नोएडा में प्राधिकरण की टीम को अतिक्रमण हटाने पर अभद्रता का सामना करना पड़ा?

सारांश

ग्रेटर नोएडा के ग्राम आमका में प्राधिकरण की टीम ने अवैध निर्माण को हटाने का प्रयास किया। इस दौरान असामाजिक तत्वों ने विरोध किया, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई। अधिकारियों ने दादरी कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई है। यह घटना दर्शाती है कि प्राधिकरण अतिक्रमण के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।

Key Takeaways

  • ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई की है।
  • असामाजिक तत्वों ने सरकारी कार्य में बाधा डालने की कोशिश की।
  • 150 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
  • प्राधिकरण ने अतिक्रमण के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया।
  • जनता से अपील की गई है कि वे कॉलोनाइजरों के झांसे में न आएं।

ग्रेटर नोएडा, 28 जून (राष्ट्र प्रेस)। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की टीम ने शनिवार को ग्राम आमका के अधिसूचित क्षेत्र में अवैध निर्माण को तोड़ने का कार्य आरंभ किया। इस दौरान, कुछ असामाजिक तत्वों, कॉलोनाइजरों और भूमि माफियाओं ने उनका विरोध किया। प्राधिकरण के सदस्यों के साथ अभद्र व्यवहार, मारपीट और उन्हें बंधक बनाने की कोशिश की गई। इसके परिणामस्वरूप, दादरी कोतवाली में इन व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।

दरअसल, गांव आमका ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में आता है। यहाँ खसरा नंबर 204, 205 और 206 आदि की जमीन पर बिना अनुमति और नक्शा पास कराए अवैध निर्माण का प्रयास किया जा रहा था। प्राधिकरण ने इन कॉलोनाइजरों को नोटिस जारी किया था और अवैध निर्माण को रोकने का प्रयास किया गया। हालाँकि, ये कॉलोनाइजर समय-समय पर अवैध निर्माण करने की कोशिश करते रहे। इसी कारण, शनिवार को प्राधिकरण के ओएसडी रामनयन सिंह, परियोजना अभियंता सन्नी यादव और अन्य सदस्यों ने स्थानीय पुलिस बल के साथ मिलकर अतिक्रमण को हटाने का प्रयास किया।

जैसे ही टीम ने अतिक्रमण पर जेसीबी चलाना शुरू किया, तिलपता करनवास के निवासी विपिन खारी, डेरीमच्छा के निवासी कपिल नागर और बलराम भाटी ने 100 से 150 अज्ञात लोगों के साथ मिलकर इसका विरोध किया। इन भूमि माफियाओं ने प्राधिकरण के ओएसडी, वरिष्ठ प्रबंधक, प्रबंधक, सहायक प्रबंधक और अन्य फील्ड स्टाफ के साथ अभद्र व्यवहार किया और हाथापाई पर उतर आए।

उन्होंने गाड़ी संख्या यूपी-16 ईएन 8484 को टक्कर मारने का प्रयास किया और प्राधिकरण के स्टाफ को बंधक बनाने की कोशिश की, जिससे अधिकारियों को कर्मचारियों की जान-माल का खतरा महसूस हुआ। अधिकारियों को धमकाया गया और भीड़ को उकसाकर घेराव किया गया। जेसीबी पर चढ़कर कार्य को बाधित किया गया। पर्याप्त पुलिस बल न होने के कारण प्राधिकरण की टीम को बिना ध्वस्तीकरण के लौटना पड़ा।

टीम से अभद्र व्यवहार, मारपीट और बंधक बनाने की कोशिश करने के विरोध में प्राधिकरण के सहायक मैनेजर नरेश गुप्ता की तरफ से विपिन खारी, कपिल नागर और बलराम भाटी सहित 150 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है।

प्राधिकरण की एसीईओ प्रेरणा सिंह ने चेतावनी दी है कि अधिसूचित क्षेत्र में अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने जनता से अपील की है कि वे कॉलोनाइजरों के झांसे में आकर अपनी गाढ़ी कमाई न फंसाएं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण क्षेत्र में जमीन खरीदने से पहले सभी आवश्यक जानकारी अवश्य प्राप्त करें।

Point of View

बल्कि देश भर में समान चिंता का विषय है।
NationPress
04/08/2025

Frequently Asked Questions

ग्रेटर नोएडा में अतिक्रमण हटाने के लिए किसने कार्रवाई की?
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की टीम ने अवैध निर्माण को हटाने के लिए कार्रवाई की।
क्या असामाजिक तत्वों ने प्राधिकरण की टीम का विरोध किया?
हाँ, असामाजिक तत्वों ने प्राधिकरण की टीम के साथ अभद्र व्यवहार किया और विरोध किया।
एफआईआर किसके खिलाफ दर्ज की गई है?
दादरी कोतवाली में 150 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
प्राधिकरण ने अतिक्रमण के खिलाफ क्या कदम उठाए हैं?
प्राधिकरण ने अतिक्रमण को रोकने और कार्रवाई करने के लिए नोटिस जारी किए हैं।
क्या प्राधिकरण भविष्य में सख्त कार्रवाई करेगा?
जी हाँ, प्राधिकरण ने चेतावनी दी है कि अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ सख्ती से निपटा जाएगा।