क्या नोएडा में मोबाइल स्नैचिंग और वाहन चोरी करने वाले अंतरराज्यीय गैंग का पर्दाफाश हुआ?
सारांश
Key Takeaways
- नोएडा पुलिस ने एक शातिर गैंग का पर्दाफाश किया है।
- गिरफ्तार आरोपियों के पास से 22 मोबाइल फोन बरामद हुए हैं।
- गैंग दिल्ली से बाइक्स चुरा कर मोबाइल स्नैचिंग करता था।
- पुलिस अब पीड़ितों को मोबाइल फोन लौटाने की तैयारी कर रही है।
- डीसीपी नोएडा ने भविष्य में ऐसे गैंग्स पर कड़ी नजर रखने का आश्वासन दिया है।
नोएडा, 26 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। नोएडा पुलिस ने एक महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है। थाना सेक्टर-58 की पुलिस ने मोबाइल स्नैचिंग और वाहन चोरी करने वाले एक संगठित गैंग का पर्दाफाश करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने गिरफ्तार व्यक्तियों के पास से स्नैचिंग और चोरी के 22 मोबाइल फोन तथा दो चोरी की मोटरसाइकिल भी बरामद की हैं।
यह गैंग दिल्ली से बाइक्स चुरा कर नोएडा और उसके आसपास मोबाइल स्नैचिंग की घटनाओं को अंजाम देता था। पुलिस के अनुसार, 26 दिसंबर 2025 को थाना सेक्टर-58 की पुलिस ने मैनुअल इंटेलिजेंस और गोपनीय सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए डी-पार्क, सेक्टर-62 नोएडा के निकट चार शातिर आरोपियों को पकड़ा।
गिरफ्तार व्यक्तियों की पहचान शमीम, साजिद, सिकंदर उर्फ मुखिया और ईनाम के तौर पर हुई है। ये आरोपी नोएडा, दिल्ली और गाजियाबाद में सक्रिय थे और संगठित गैंग बनाकर मोबाइल स्नैचिंग और वाहन चोरी की घटनाओं को अंजाम देते थे।
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि वे पहले दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों से मोटरसाइकिल चुराते थे और इन्हीं बाइकों का उपयोग मोबाइल स्नैचिंग के लिए करते थे। पुलिस से बचने के लिए ये आरोपी बार-बार चोरी की मोटरसाइकिल बदलते रहते थे।
आरोपियों ने खुलासा किया कि चुराए गए मोबाइल फोन के पार्ट्स को करोलबाग, दिल्ली में बेचा जाता था। मोबाइल पार्ट्स की बिक्री से मिली रकम आपस में बांट ली जाती थी। पुलिस जांच में सामने आया है कि बरामद मोटरसाइकिलों पर पहले से ही दिल्ली में मामले दर्ज हैं। इनमें से एक मोटरसाइकिल अगस्त में उत्तमनगर, दिल्ली से और दूसरी इसी महीने अंबेडकरनगर, साउथ दिल्ली से चोरी की गई थी। इन्हीं बाइकों से आरोपियों ने कई मोबाइल स्नैचिंग की घटनाओं को अंजाम दिया।
गिरफ्तार आरोपियों में शमीम (32 वर्ष), साजिद (29 वर्ष), सिकंदर उर्फ मुखिया (25 वर्ष) और ईनाम (23 वर्ष) शामिल हैं। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, इन अभियुक्तों के खिलाफ पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस अब बरामद 22 मोबाइल फोन के संबंध में विस्तृत जानकारी जुटा रही है, ताकि पीड़ितों की पहचान कर मोबाइल फोन उन्हें लौटाए जा सकें।
डीसीपी नोएडा यमुना प्रसाद ने बताया कि पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर अपराधियों के खिलाफ लगातार सख्त कार्रवाई कर रहा है और भविष्य में भी इस तरह के गैंग्स पर कड़ी नजर रखी जाएगी।