क्या नोएडा पुलिस ने सीईआईआर पोर्टल की मदद से खोए हुए फोन ढूंढ निकाले?

सारांश
Key Takeaways
- गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने तकनीकी दक्षता का परिचय दिया।
- सीईआईआर पोर्टल की मदद से खोए हुए फोन को ढूंढा गया।
- पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर फोन स्वामियों को संतुष्ट किया।
- आम नागरिकों से अपील की गई है कि वे खोए हुए फोन की शिकायत दर्ज कराएं।
- मोबाइल फोन की बरामदगी के लिए आईईएमआई नंबर अपडेट करें।
नोएडा, 8 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट ने लोगों के खोए और चोरी हुए मोबाइल फोन को ढूंढने के लिए सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर (सीईआईआर) पोर्टल का उपयोग किया। इस तकनीक की मदद से पुलिस ने चार मोबाइल फोन को सफलतापूर्वक ढूंढ निकाला है।
पुलिस के अनुसार, इस पोर्टल के जरिए उन्हें फोन की सटीक लोकेशन प्राप्त हुई, जिसके कारण वे फोन को ढूंढने में सक्षम हुए। अब पुलिस इस तकनीक के माध्यम से अन्य मामलों में भी सफलता प्राप्त करने की दिशा में कदम बढ़ा रही है। गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत कार्यरत थाना एक्सप्रेसवे की टीम ने तकनीकी दक्षता और त्वरित कार्रवाई का परिचय देते हुए गुमशुदा मोबाइल फोन को उनके असली मालिकों तक पहुंचाने में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है।
यह कार्रवाई पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के कुशल नेतृत्व तथा पुलिस उपायुक्त नोएडा यमुना प्रसाद और अपर पुलिस उपायुक्त सुमित शुक्ला की निगरानी में की गई है। पुलिस ने सीईआईआर पोर्टल की सहायता से कुल चार मोबाइल फोन ट्रेस कर बरामद किए हैं। इन सभी मोबाइल फोनों की गुमशुदगी की शिकायत पहले ही संबंधित थाने में दर्ज कराई गई थी। इसके बाद पुलिस ने डिजिटल माध्यम से आईएमईआई नंबर के जरिए सीईआईआर पोर्टल पर इन फोन को ट्रेस किया और सटीक लोकेशन प्राप्त कर उन्हें बरामद किया।
मोबाइल फोनों के स्वामियों की वैध पहचान एवं दस्तावेजों की पुष्टि के बाद, सहायक पुलिस आयुक्त (तृतीय), नोएडा और थानाध्यक्ष थाना एक्सप्रेसवे, नोएडा की उपस्थिति में संबंधित व्यक्तियों को उनके मोबाइल वापस कर दिए गए। मोबाइल वापस मिलने पर फोन स्वामियों ने नोएडा पुलिस का आभार व्यक्त किया और इस तकनीकी सहयोग एवं त्वरित सेवा की सराहना की।
गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नरेट द्वारा आम नागरिकों से अपील की गई है कि यदि उनका मोबाइल फोन गुम हो गया है, तो वे तुरंत नजदीकी थाने में जाकर शिकायत दर्ज कराएं और सीईआईआर पोर्टल पर आईईएमआई नंबर अपडेट करें, जिससे फोन की बरामदगी की संभावना बढ़ सके।