क्या नोएडा प्राधिकरण के सीईओ ने सेक्टर-94 से 127 तक निरीक्षण कर सुधार कार्यों के लिए सख्त निर्देश दिए?

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क्या नोएडा प्राधिकरण के सीईओ ने सेक्टर-94 से 127 तक निरीक्षण कर सुधार कार्यों के लिए सख्त निर्देश दिए?

सारांश

नोएडा प्राधिकरण के सीईओ ने सेक्टर-94 से 127 तक महत्वपूर्ण अवसंरचना निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कई सुधार कार्यों के लिए सख्त निर्देश दिए, जिनमें सुरक्षा, सौंदर्यीकरण और यातायात सुगमता शामिल है। जानें इस निरीक्षण की प्रमुख बातें।

Key Takeaways

  • अवसंरचना सुधार
  • सुरक्षा के लिए निर्देश
  • अवैध पार्किंग पर कड़ी कार्रवाई
  • सुंदरता के लिए पेंटिंग कार्य
  • यातायात सुगमता के उपाय

नोएडा, 8 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। नवीन ओखला औद्योगिक विकास प्राधिकरण (नोएडा प्राधिकरण) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने सोमवार को सेक्टर-94 से सेक्टर-127 तक का गहन निरीक्षण किया, जिसमें अवसंरचना, सौंदर्यीकरण और सुगम यातायात से जुड़े कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए। इस निरीक्षण में महाप्रबंधक एके अरोड़ा, उप महाप्रबंधक (सिविल) विजय रावल, निदेशक (उद्यान) आनंद मोहन, विशेष कार्याधिकारी इंदु प्रकाश सिंह सहित कई वरिष्ठ प्रबंधक शामिल रहे।

निरीक्षण के दौरान कालिंदी कुंज से नोएडा में प्रवेश करने वाले मुख्य मार्ग पर अनुरक्षण स्थिति अत्यंत खराब पाई गई। सीईओ ने इस प्रवेश स्थल को आकर्षक बनाने के लिए पेंटिंग कराने, वहां उगे बबूल के पेड़ों को हटवाने और रात में अंधेरा दूर करने के लिए खूबसूरत स्ट्रीट लाइट लगाने के निर्देश दिए। इसी क्षेत्र में अनधिकृत विज्ञापन बोर्ड और अवैध केबल बड़ी मात्रा में पाए गए, जिन्हें तुरंत हटाने का आदेश दिया गया।

सेक्टर-94 और 95 के बीच बने अंडरपास के पास स्थित लो-हाइट बैरियर पर रेट्रो-रिफ्लेक्टिव टेप लगाने का निर्देश दिया गया, ताकि रात्रि में वाहन चालकों को स्पष्ट दृष्टि मिल सके। इसके अतिरिक्त, सेक्टर-94 गोलचक्कर के सुधार और सेक्टर-94 श्मशान घाट के पास अवरुद्ध सड़क का एलाइनमेंट तय कर सड़क निर्माण पूरा करने का आदेश दिया गया, जिससे ट्रैफिक सुचारू हो सके। निरीक्षण के दौरान कई संस्थागत क्षेत्रों के बाहर अवैध पार्किंग की समस्या गंभीर पाई गई।

इस पर सीईओ ने सभी संबंधित संस्थागत इकाइयों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। सेक्टर-125, 126 और 127 में बड़े हो चुके पेड़ों की टहनियों की ट्रिमिंग कराने और सेंट्रल वर्ज से गायब पौधों को पुनः लगाने का सुझाव दिया गया। सेक्टर-125 में कब्रिस्तान के सामने 50 मीटर के क्षेत्र में पायलट प्रोजेक्ट के तहत पार्किंग और फुटपाथ विकसित करने की योजना को भी मंजूरी दी गई। सेंट्रल वर्ज में कई स्थानों पर अनावश्यक रेलिंग हटाकर स्टोर में सुरक्षित रखने के लिए कहा गया।

एक्सप्रेस-वे के समानांतर 45 मीटर रोड और पुस्ता के पास की 45 मीटर रोड पर आवश्यकतानुसार रिफ्लेक्टर लगाने और क्षतिग्रस्त फुटपाथों की मरम्मत कराने का निर्देश दिया गया। एमिटी यूनिवर्सिटी के सामने नाले पर पैदल यात्रियों की सुविधा के लिए लगाए गए एसएफआरसी कवर हटे हुए पाए गए, जिन्हें पुनः स्थापित कर नाला ढकवाने का आदेश दिया गया। इसके साथ ही फुटपाथों की आपसी कनेक्टिविटी सुधारने की दिशा में भी निर्देश दिए गए। सेक्टर-125-126 गोलचक्कर के पास बने साइकिल स्टैंड पर लगे अवैध विज्ञापन हटाने के आदेश दिए गए।

एमिटी के सामने सड़क पर लगी स्ट्रीट लाइट को विस्तारित करते हुए पूरी 45 मीटर रोड से होते हुए सेक्टर-127 तक लगाने के निर्देश दिए गए। इसके अलावा मयूर स्कूल के सामने बीओटी आधार पर निर्मित टॉयलेट पर उचित साइनेज और बेहतर सुविधाओं की व्यवस्था कर टॉयलेट अपग्रेड करने को भी कहा गया।

Point of View

यह निरीक्षण नोएडा प्राधिकरण के कार्यों में पारदर्शिता और जिम्मेदारी को दर्शाता है। नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए यह कदम अत्यंत महत्वपूर्ण है।
NationPress
08/12/2025

Frequently Asked Questions

नोएडा प्राधिकरण के सीईओ ने निरीक्षण में क्या निर्देश दिए?
सीईओ ने अवसंरचना की स्थिति सुधारने, अवैध विज्ञापनों को हटाने और यातायात सुगम बनाने के लिए कई निर्देश दिए।
इस निरीक्षण में कौन-कौन से अधिकारी शामिल थे?
महाप्रबंधक एके अरोड़ा, उप महाप्रबंधक विजय रावल, निदेशक आनंद मोहन और विशेष कार्याधिकारी इंदु प्रकाश सिंह शामिल थे।
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