क्या न्यूजेन सॉफ्टवेयर का मुनाफा अप्रैल-जून अवधि में 54 प्रतिशत गिर गया?

सारांश
Key Takeaways
- न्यूजेन सॉफ्टवेयर का मुनाफा 54.11 प्रतिशत गिरा है।
- कंपनी की परिचालन से आय 25.4 प्रतिशत कम हुई है।
- कुल आय 350.04 करोड़ रुपए रही है।
- कंपनी का कुल खर्च 285.93 करोड़ रुपए है।
- शेयर में गिरावट 5.88 प्रतिशत है।
नई दिल्ली, 17 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। घरेलू तकनीकी कंपनी न्यूजेन सॉफ्टवेयर ने गुरुवार को वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही के परिणामों की घोषणा की। इस तिमाही में कंपनी का मुनाफा अप्रैल-जून अवधि में तिमाही आधार पर 54.11 प्रतिशत घटकर 49.72 करोड़ रुपए रह गया है, जबकि वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में यह 108.33 करोड़ रुपए था।
स्टॉक एक्सचेंज की फाइलिंग के अनुसार, वित्त वर्ष 26 की जून तिमाही में कंपनी की परिचालन से आय भी 25.4 प्रतिशत घटकर 320.65 करोड़ रुपए रह गई है, जो कि पिछली तिमाही में 429.88 करोड़ रुपए थी।
कंपनी की कुल आय जून तिमाही में 350.04 करोड़ रुपए रही, जो कि वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही की कुल आय 444 करोड़ रुपए से 21.16 प्रतिशत कम है।
वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही के लिए कंपनी का कुल खर्च 285.93 करोड़ रुपए था, जो कि पिछले तिमाही के खर्च 302.73 करोड़ रुपए से 5.55 प्रतिशत कम है।
कमजोर नतीजों के कारण न्यूजेन सॉफ्टवेयर के शेयर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर दोपहर 2:42 बजे 5.88 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,027 रुपए पर थे।
हाल के दिनों में न्यूजेन सॉफ्टवेयर के शेयर में गिरावट देखी जा रही है। पिछले पाँच सत्रों में शेयर 8 प्रतिशत से अधिक गिर चुका है, जबकि एक महीने में 16 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है।
कंपनी की फाइलिंग के अनुसार, आय पिछले वर्ष की इसी तिमाही (वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही) की तुलना में 2 प्रतिशत बढ़कर 320.65 करोड़ रुपए हो गई है, जबकि शुद्ध लाभ 4 प्रतिशत बढ़कर 47.56 करोड़ रुपए से 49.72 करोड़ रुपए हो गया है।
हालांकि, ईबीआईटीडीए 6 प्रतिशत घटकर 45 करोड़ रुपए रह गया, और ईबीआईटीडीए मार्जिन पिछले वर्ष के 15 प्रतिशत से घटकर 14 प्रतिशत रह गया।
न्यूजेन सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजीज लिमिटेड एक भारतीय कंपनी है जो न्यूजेनवन नामक एक डिजिटल प्लेटफॉर्म प्रदान करती है।
यह प्लेटफॉर्म व्यवसायों को शुरू से अंत तक अपने काम को स्वचालित करने, दस्तावेजों और संचार का प्रबंधन करने तथा स्मार्ट एआई सुविधाओं का उपयोग करने में सहायता करता है।
यह एक लो-कोड प्लेटफॉर्म है, जिसका अर्थ है कि कंपनियां बहुत अधिक कोडिंग की आवश्यकता के बिना आसानी से क्लाउड पर ऐप बना और लॉन्च कर सकती हैं।