क्या ओडिशा कैबिनेट ने बारापुत्र ऐतिहासिक ग्राम योजना को मंजूरी दी?

Click to start listening
क्या ओडिशा कैबिनेट ने बारापुत्र ऐतिहासिक ग्राम योजना को मंजूरी दी?

सारांश

ओडिशा कैबिनेट ने बारापुत्र ऐतिहासिक ग्राम योजना को मंजूरी दी है, जिसका उद्देश्य राज्य के प्रसिद्ध बेटों को सम्मानित करना है। इस योजना के तहत उनके जन्मस्थानों को लोकल हेरिटेज सेंटर में बदला जाएगा। जानें इस योजना के खास पहलुओं के बारे में।

Key Takeaways

  • बारापुत्र ऐतिहासिक ग्राम योजना ओडिशा के मशहूर बेटों को सम्मानित करेगी।
  • स्थानीय हेरिटेज केंद्रों का विकास किया जाएगा।
  • प्रति जन्मस्थान 15 करोड़ रुपए तक की वित्तीय सहायता।
  • स्थानीय उत्पादों के लिए आउटलेट स्थापित होंगे।
  • सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।

भुवनेश्वर, 24 दिसंबर (आईएनएस)। ओडिशा कैबिनेट ने बुधवार को कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों को स्वीकृति दी, जिसमें ‘बारापुत्र ऐतिहासिक ग्राम योजना’ को कार्यान्वित करना भी शामिल है। इस योजना का उद्देश्य राज्य के प्रसिद्ध बेटों को सम्मानित करना है, जिसके तहत उनके जन्मस्थानों को स्थानीय विरासत केंद्र में परिवर्तित किया जाएगा।

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, राज्य कैबिनेट ने मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में सात विभागों के 10 प्रस्तावों को मंजूरी दी। राज्य सरकार ने मूर्त और अमूर्त विरासत को संरक्षित करने, समुदाय-आधारित सांस्कृतिक संरक्षण को बढ़ावा देने, और स्थानीय विरासत संपत्तियों का निर्माण करने के उद्देश्य से ‘बारापुत्र ऐतिहासिक ग्राम योजना’ को एक संरचित, बजट-समर्थित हस्तक्षेप के रूप में लागू करने का प्रस्ताव रखा है।

सरकार ‘बारापुत्रों’ के आवासीय घरों को विरासत संग्रहालयों के रूप में विकसित करने, एक इंटरप्रिटेशन सेंटर, पुस्तकालय, सम्मेलन कक्ष, ओपन-एयर थिएटर, बच्चों के पार्क और अन्य संबंधित सुविधाओं के साथ सहायक बुनियादी ढांचे को विकसित करने की योजना बना रही है। इसके अतिरिक्त, सरकार स्थानीय आजीविका को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय रूप से प्रसिद्ध व्यंजनों, हस्तशिल्प और हथकरघा उत्पादों की बिक्री के लिए समर्पित आउटलेट स्थापित करने का भी प्रस्ताव दे रही है।

इसी तरह, बरपुत्रों के जीवन और योगदान पर आधारित सेमिनार, चर्चाएं, इंटरएक्टिव सत्र और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनका उद्देश्य उनके विचारों, सोच और मूल मूल्यों को प्रसारित करना है। राज्य सरकार ने बताया कि योजना के पहले चरण में, ओडिशा के 25 प्रतिष्ठित बेटों की पहचान विकास के लिए की गई है। इन विरासत स्थलों के विकास और संरक्षण के लिए प्रति जन्मस्थान 15 करोड़ रुपए तक की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। इस प्रकार, चरण I के लिए कुल अनुमानित व्यय 345 करोड़ रुपए होगा।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, इस एकीकृत दृष्टिकोण का उद्देश्य विरासत को संरक्षित करना, सांस्कृतिक जागरूकता को बढ़ावा देना, और स्थायी स्थानीय विकास को प्रोत्साहित करना है। राज्य कैबिनेट ने ‘बिकसित गांव बिकसित ओडिशा योजना’ के तहत एक ढांचे को भी मंजूरी दी, जिसका लक्ष्य परियोजना अनुमोदन में अधिक सहभागी दृष्टिकोण अपनाना है।

राज्य सरकार ने कहा कि संशोधित प्रक्रिया के अंतर्गत, अब कलेक्टर कार्यालय, जिला परिषद, ब्लॉक, ग्राम पंचायतों के नोटिस बोर्ड पर और जिला वेब पोर्टल पर नोटिस प्रकाशित करके पंचायती राज संस्थानों के सदस्यों से आवश्यकता-आधारित परियोजना प्रस्ताव आमंत्रित किए जा सकते हैं।

जिला कलेक्टर की अध्यक्षता वाली जिला स्तरीय समिति इन प्रस्तावों की समीक्षा करेगी, और अंतिम परियोजनाओं की सूची संबंधित जिले के कलेक्टर द्वारा अनुमोदित की जाएगी। जवाबदेही को मजबूत करने के लिए, 10 लाख रुपए से ज्यादा के सभी प्रोजेक्ट्स के लिए काम पूरा होने की तारीख से तीन साल का अनिवार्य डिफेक्ट लायबिलिटी पीरियड शुरू किया गया है।

इस बीच, राज्य कैबिनेट ने अपनी बैठक में कई अन्य महत्वपूर्ण प्रस्तावों को भी मंजूरी दी, जिनमें ‘उत्कर्ष आईटीआई योजना’ शामिल है, जिसका उद्देश्य पांच सरकारी आईटीआई को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में अपग्रेड करना है, और ‘स्मार्ट मीटर इंस्टॉलेशन फेज-I’ योजना, जिसका लक्ष्य राज्य में 100 प्रतिशत स्मार्ट मीटरिंग को तेजी से लागू करना है।

Point of View

बल्कि स्थानीय समुदायों के विकास के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम है। इस प्रकार की पहलों से न केवल इतिहास को सम्मान मिलता है, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था में भी सुधार होता है।
NationPress
24/12/2025

Frequently Asked Questions

बारापुत्र ऐतिहासिक ग्राम योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य के प्रसिद्ध बेटों को सम्मानित करना और उनके जन्मस्थानों को लोकल हेरिटेज सेंटर में बदलना है।
इस योजना के तहत कितनी वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी?
प्रति जन्मस्थान 15 करोड़ रुपए तक की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
योजना के पहले चरण में कितने प्रतिष्ठित बेटों की पहचान की गई है?
योजना के पहले चरण में ओडिशा के 25 प्रतिष्ठित बेटों की पहचान की गई है।
इस योजना से स्थानीय अर्थव्यवस्था पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
यह योजना स्थानीय आजीविका को बढ़ावा देने और स्थानीय उत्पादों की बिक्री के लिए आउटलेट स्थापित करने में मदद करेगी।
ओडिशा कैबिनेट की अन्य मंजूर प्रस्तावों में क्या शामिल है?
ओडिशा कैबिनेट ने 'उत्कर्ष आईटीआई योजना' और 'स्मार्ट मीटर इंस्टॉलेशन फेज-I' योजना को भी मंजूरी दी है।
Nation Press