क्या ओडिशा के डिप्टी सीएम ने पीएम मोदी से मुलाकात कर जगन्नाथ धाम का महाप्रसाद भेंट किया?

सारांश
Key Takeaways
- उपमुख्यमंत्री ने पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान ओडिशा की सांस्कृतिक पहचान को उजागर किया।
- महाप्रसाद को एकता और विनम्रता का प्रतीक बताया गया।
- प्रधानमंत्री मोदी ने 'कर्तव्य भवन' का उद्घाटन किया, जो विकास का प्रतीक है।
नई दिल्ली, 6 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा के उपमुख्यमंत्री कनक वर्धन सिंह देव ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एक महत्वपूर्ण मुलाकात की। इस बातचीत को उन्होंने गहरी कृतज्ञता, आत्मचिंतन, और विकसित भारत के लिए साझा प्रतिबद्धता का एक अनूठा अवसर बताया।
मुलाकात के बाद उपमुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा करते हुए लिखा, "दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी से मिलने का यह अवसर मेरे लिए गर्व का पल था, जिसमें ओडिशा की अनोखी आत्मा और योगदान को केंद्र में रखा गया।"
इस विशेष अवसर पर, डिप्टी सीएम ने पीएम मोदी को जगन्नाथ धाम का महाप्रसाद भेंट किया। उन्होंने कहा कि यह महाप्रसाद एकता, विनम्रता, और दिव्यता का प्रतीक है।
उन्होंने लिखा, "यह महाप्रसाद करोड़ों भक्तों के आशीर्वाद और हमारी भूमि की शाश्वत परंपरा को अपने में समेटे हुए है।" उन्होंने यह भी कहा कि "महाप्रभु जगन्नाथ एक सशक्त, समावेशी और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध भारत की ओर हमारी सामूहिक यात्रा का मार्गदर्शन करते रहें।"
इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कर्तव्य पथ पर बने 'कर्तव्य भवन' का उद्घाटन किया। उन्होंने इस अत्याधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर को देश के विकास और जनसेवा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया।
उन्होंने एक्स पर लिखा, "कर्तव्य पथ पर 'कर्तव्य भवन' जन-जन की सेवा के प्रति हमारे अटूट संकल्प और निरंतर प्रयासों का प्रतीक है। यह न केवल हमारी नीतियों और योजनाओं को लोगों तक तेजी से पहुंचाने में मदद करेगा, बल्कि इससे देश के विकास को भी एक नई गति मिलेगी।"