क्या ओडिशा 19-20 दिसंबर को क्षेत्रीय एआई इम्पैक्ट कॉन्फ्रेंस की मेजबानी करेगा?

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क्या ओडिशा 19-20 दिसंबर को क्षेत्रीय एआई इम्पैक्ट कॉन्फ्रेंस की मेजबानी करेगा?

सारांश

ओडिशा में आयोजित होने वाली क्षेत्रीय एआई इम्पैक्ट कॉन्फ्रेंस गवर्नेंस और पब्लिक सर्विस डिलीवरी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का परिचय देगी। यह एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय चर्चा का आरंभ है, जो राज्य की टेक्नोलॉजी में प्रगति को दर्शाता है।

Key Takeaways

  • ओडिशा क्षेत्रीय एआई इम्पैक्ट कॉन्फ्रेंस 19-20 दिसंबर को हो रही है।
  • गवर्नेंस और पब्लिक सर्विस डिलीवरी में एआई के उपयोग पर चर्चा होगी।
  • ओडिशा एआई पॉलिसी 2025 को लागू कर रहा है।
  • राज्य में डिजिटल और टेक्नोलॉजी के विकास पर जोर दिया जाएगा।
  • भाषा धाम कार्यक्रम के तहत ओडिया कंटेंट को डिजिटल रूप में उपलब्ध कराया जाएगा।

भुवनेश्वर, 17 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा सरकार 19-20 दिसंबर को आयोजित होने वाली क्षेत्रीय एआई इम्पैक्ट कॉन्फ्रेंस की मेज़बानी करने जा रही है, जो गवर्नेंस और पब्लिक सर्विस डिलीवरी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग पर एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय चर्चा की शुरुआत करेगी।

राज्य के इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी विभाग ने बुधवार को इस कॉन्फ्रेंस का कर्टेन रेजर आयोजित किया, जिसमें ओडिशा के एआई विजन, पॉलिसी की दिशा और रियल-वर्ल्ड एआई डिप्लॉयमेंट के बढ़ते पोर्टफोलियो का प्रारंभिक अवलोकन प्रस्तुत किया गया।

इस अवसर पर इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री मुकेश महालिंग ने कहा कि राज्य टेक्नोलॉजी पर आधारित विकास की दिशा में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि ओडिशा एआई पॉलिसी 2025 और फिनटेक, ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स और एडवांस्ड इलेक्ट्रॉनिक्स में प्रगतिशील नीतियों के माध्यम से एआई को बड़े पैमाने पर अपनाने के लिए एक जिम्मेदार और निवेशक-अनुकूल वातावरण तैयार कर रहा है।

उन्होंने यह भी कहा कि ओडिशा का ध्यान मजबूत शासन, उन्नत डिजिटल क्षमताओं और दीर्घकालिक नीति स्थिरता के माध्यम से एक संपूर्ण इनोवेशन इकोसिस्टम बनाने पर है।

महालिंग ने आगे बताया कि फरवरी में आयोजित होने वाले इंडिया इम्पैक्ट एआई समिट से पहले, मध्य प्रदेश, केरल, गुजरात, राजस्थान, मेघालय, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना और ओडिशा सहित आठ राज्यों में क्षेत्रीय एआई समिट आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा को भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का एक हब बनाने की योजना बनाई है।

ओडिया पहचान को ध्यान में रखते हुए, मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य सरकार एक भाषा कार्यक्रम लागू करेगी, जिसका उद्देश्य आसान डिजिटल फॉर्मेट में ओडिया कंटेंट को आम जनता तक पहुँचाना है।

उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय एआई इम्पैक्ट कॉन्फ्रेंस के दो मुख्य उद्देश्य हैं। पहला, यह फरवरी 2026 में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में होने वाले इंडिया एआई इम्पैक्ट समिट से जुड़ा है। दूसरा, यह कॉन्फ्रेंस सस्टेनेबिलिटी और समावेशी विकास पर आधारित है, जिसे "थ्री पी - प्लैनेट, पीपल और प्रोग्रेस" के तहत आयोजित किया जाएगा, साथ ही सेक्टर-केंद्रित चर्चाएं भी होंगी।

ओडिशा की प्राथमिकताओं पर प्रकाश डालते हुए, महालिंग ने कहा कि राज्य ने एआई-संचालित पहल के लिए प्रमुख सरकारी विभागों की पहचान की है, जिनमें स्वास्थ्य, शिक्षा, आपदा प्रबंधन, संस्कृति, संसदीय मामले और महिला एवं बाल कल्याण शामिल हैं।

इन क्षेत्रों में कार्यक्रम के क्रियान्वयन, निगरानी और नीति मार्गदर्शन को बेहतर बनाने के लिए एआई टूल्स का इस्तेमाल किया जाएगा।

मंत्री ने ओडिशा भाषा को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ी पहल की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री द्वारा लॉन्च किए जाने वाले "भाषा धाम" कार्यक्रम में एआई टूल्स की मदद से इंटरनेट पर ओडिया भाषा का कंटेंट उपलब्ध कराया जाएगा। इस प्रोग्राम के तहत ओडिया विद्वानों, प्रोफेसरों, कलाकारों और लेखकों से उच्च गुणवत्ता का ओडिया कंटेंट बनाने और उसे डिजिटल रूप में उपलब्ध कराने का योगदान मांगा जाएगा।

Point of View

यह स्पष्ट है कि ओडिशा की यह पहल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को गवर्नेंस में शामिल करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल राज्य की तकनीकी प्रगति होगी, बल्कि यह अन्य राज्यों के लिए भी एक मॉडल स्थापित कर सकता है।
NationPress
17/12/2025

Frequently Asked Questions

क्षेत्रीय एआई इम्पैक्ट कॉन्फ्रेंस में क्या विषय चर्चा किए जाएंगे?
कॉन्फ्रेंस में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग, गवर्नेंस और पब्लिक सर्विस डिलीवरी पर चर्चा की जाएगी।
ओडिशा सरकार की एआई नीति क्या है?
ओडिशा एआई पॉलिसी 2025 के तहत, राज्य एआई को बड़े पैमाने पर अपनाने के लिए एक निवेशक-अनुकूल माहौल बना रहा है।
इस कॉन्फ्रेंस का मुख्य उद्देश्य क्या है?
कॉन्फ्रेंस का मुख्य उद्देश्य गवर्नेंस में एआई के उपयोग को बढ़ावा देना और समावेशी विकास को सशक्त करना है।
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