क्या ओडिशा में एसआई भर्ती परीक्षा घोटाले की जांच में कोई नई जानकारी आई?

सारांश
Key Takeaways
- ओडिशा में एसआई भर्ती परीक्षा में घोटाला हुआ है।
- क्राइम ब्रांच ने 18 आरोपियों से पूछताछ की है।
- 29.25 करोड़ रुपये की वित्तीय हेराफेरी का खुलासा हुआ है।
- जांच में कई महत्वपूर्ण सबूत जब्त किए गए हैं।
- घोटाले में और भी लोग शामिल हो सकते हैं।
बरहामपुर, 1 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा में सब-इंस्पेक्टर (एसआई) भर्ती परीक्षा में हुए घोटाले की जांच अब तेजी से आगे बढ़ रही है। क्राइम ब्रांच ने अब तक 18 आरोपियों से पूछताछ की है। जांच के दौरान अधिकारियों ने कई महत्वपूर्ण सबूत भी जब्त किए हैं, जिनमें नकल प्रश्नपत्र, एडमिट कार्ड और अभ्यर्थियों का बायोडाटा शामिल हैं।
सूत्रों के अनुसार, इस जांच में 50 से अधिक अधिकारी लगातार कार्यरत हैं। प्रारंभिक जांच से यह स्पष्ट हुआ है कि इस रैकेट में और भी कई एजेंट शामिल हैं। हर अभ्यर्थी से 20 से 25 लाख रुपये तक वसूले जा रहे थे ताकि उन्हें फर्जी तरीके से नौकरी दिलाई जा सके।
गिरफ्तार आरोपियों की स्वास्थ्य जांच स्वतंत्र एंबुलेंसों में कराई गई है। कुछ की जांच बरहामपुर रिजर्व पुलिस बैरक में हुई, जबकि कुछ का मेडिकल परीक्षण बाहर कराया गया। इन्हें जल्द ही मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा। पूछताछ के दौरान पांच आरोपी अचानक बीमार पड़ गए, जिनका उपचार विशेष डॉक्टरों की टीम ने किया।
जांचकर्ताओं के अनुसार, इस नेटवर्क को 10 से 12 दलाल टेलीग्राम ऐप के माध्यम से संचालित कर रहे थे। पैसे के लेन-देन का जो हिसाब मिला है, वह चौंकाने वाला है। अब तक की जांच में लगभग 29.25 करोड़ रुपये की वित्तीय हेराफेरी सामने आई है।
कई पकड़े गए अभ्यर्थियों से 10-10 लाख रुपये एडवांस के रूप में पहले ही वसूल लिए गए थे। सौदे के अनुसार, भर्ती प्रक्रिया सफल होने के बाद बाकी के 15 लाख रुपये देने की शर्त रखी गई थी।
क्राइम ब्रांच का कहना है कि जांच अभी शुरुआती चरण में है, लेकिन अब तक की पूछताछ से स्पष्ट हो चुका है कि यह घोटाला एक बड़ा संगठित नेटवर्क था, जिसमें दलालों के साथ कई अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं।