क्या उमर अब्दुल्ला ने गुजरात में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी और नर्मदा डैम की सराहना की?

सारांश
Key Takeaways
- उमर अब्दुल्ला ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की भव्यता की सराहना की।
- नर्मदा डैम को गुजरात की जीवनरेखा बताया गया।
- जम्मू-कश्मीर में ऐसे प्रोजेक्ट्स की कमी का जिक्र किया गया।
- सरदार पटेल को श्रद्धांजलि दी गई।
- गुजरात के विकास को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सफल बताया गया।
गांधीनगर, 31 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला वर्तमान में गुजरात की यात्रा पर हैं। उन्होंने गुरुवार को गुजरात के केवड़िया में स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी और नर्मदा डैम का अवलोकन किया। इस दौरान, उन्होंने न केवल सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित की, बल्कि नर्मदा परियोजना की विशेष सराहना भी की।
उमर अब्दुल्ला ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के बारे में कहा, "मुझे नहीं लगा था कि यह मूर्ति इतनी अद्भुत होगी। इसे देखकर स्पष्ट होता है कि इसे किस दृष्टिकोण और भावना के साथ तैयार किया गया है। सरदार वल्लभभाई पटेल, जिन्हें हम 'भारत के आयरन मैन' के नाम से जानते हैं, के लिए यह एक सच्ची श्रद्धांजलि है। यह नए भारत की एक महत्वपूर्ण पहचान है।"
इसके पश्चात, उन्होंने नर्मदा डेम परियोजना की भी तारीफ की और कहा, "यह गुजरात की जीवनरेखा है। सोचिए, इस डैम के माध्यम से कच्छ जैसे क्षेत्रों में पानी पहुँचाया जा रहा है, जहाँ पहले केवल सूखा और रेत ही था। अब वहाँ खेती हो रही है और लोगों का जीवन बदल रहा है।"
उन्होंने जम्मू-कश्मीर की स्थितियों का उल्लेख करते हुए कहा, "हमारे लिए यह दुर्भाग्यपूर्ण रहा है कि जम्मू-कश्मीर में हम ऐसे प्रोजेक्ट्स की कल्पना भी नहीं कर सके। हमें कभी पानी रोकने की अनुमति नहीं मिली। अब जब सिंधु जल संधि को रोक दिया गया है, तो हमें उम्मीद है कि भविष्य में जम्मू-कश्मीर में भी ऐसे प्रोजेक्ट्स होंगे, जिससे बिजली और पानी की कमी नहीं होगी।"
इससे पहले, उमर अब्दुल्ला अहमदाबाद में साबरमती रिवरफ्रंट पर सुबह की सैर करते हुए देखे गए थे। उन्होंने अटल ब्रिज का भी दौरा किया और इन दोनों स्थानों की प्रशंसा की। इसके बाद, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा, "उमर अब्दुल्ला, साबरमती रिवरफ्रंट और अटल फुटब्रिज पर आपके अनुभवों को जानकर बहुत अच्छा लगा।"
भूपेंद्र पटेल ने उत्तर में लिखा, "ये प्रतिष्ठित सार्वजनिक स्थल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व को दर्शाते हैं, जिनके समावेशी, टिकाऊ और जन-केंद्रित शहरी विकास पर दृढ़ संकल्प ने न केवल गुजरात, बल्कि पूरे देश के शहरों को नया रूप दिया है। प्रगति और सौंदर्य उत्कृष्टता को जोड़ने की उनकी प्रतिबद्धता गुजरात की यात्रा को मार्गदर्शन करती है।"