क्या ओपी राजभर एक दिन अखिलेश यादव का गुरूर तोड़ेंगे?
 
                                सारांश
Key Takeaways
- ओपी राजभर का आरोप है कि अखिलेश यादव अतिपिछड़ों का केवल वोट बैंक समझते हैं।
- शौकत अली की विवादित टिप्पणी पर राजभर ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।
- बिहार में विकास कार्य तेजी से हो रहे हैं।
- राजनीतिक बयानबाजी से समाज में तनाव पैदा हो सकता है।
- राजभर ने कहा कि एक दिन वह अखिलेश का गुरूर तोड़ देंगे।
लखनऊ, 16 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता ओपी राजभर ने मंगलवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह केवल यादवों को प्राथमिकता देते हैं और अतिपिछड़ों का केवल चुनावी लाभ के लिए इस्तेमाल करते हैं।
ओपी राजभर ने कहा कि वह पिछले आठ वर्षों से सत्ता से बाहर हैं और जब सत्ता में थे, तो उन्होंने प्रदेश को केवल लूटने का काम किया। उन्होंने कभी भी प्रदेश के विकास के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया। अब जब वह सत्ता से बाहर हैं, तो वह बेचैन हैं।
राजभर ने अखिलेश यादव के बयान को अतिपिछड़ों का अपमान बताते हुए कहा कि उन्हें इस तरह की टिप्पणियों से बचना चाहिए। यदि उनके पास पैसे की कमी है, तो वे उन्हें खेती करके कुछ पैसे देने को तैयार हैं, लेकिन उन्हें यह सलाह दी कि इस तरह के बयान से दूर रहें।
उन्होंने यह भी कहा कि मुस्लिमों ने चार बार यादव परिवार को मुख्यमंत्री बनाया है। अगर सपा में थोड़ी भी क्षमता है, तो उन्हें वादा करना चाहिए कि किसी मुस्लिम को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि अतिपिछड़े केवल वोट के लिए उपयोग होते हैं और 86 फीसदी में से 56 को एसडीएम बनाने का काम किया जाता है। पुलिस और लेखपाल की भर्ती में केवल यादवों को ही प्राथमिकता दी जाती है, इसलिए वे राजभर से डरते हैं। उन्होंने दोहराया कि वह एक दिन अखिलेश यादव का गुरूर तोड़ेंगे।
ओपी राजभर ने उत्तर प्रदेश ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष शौकत अली की महाराजा सुहेलदेव पर की गई विवादित टिप्पणी को बहुजन समाज का अपमान बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि शौकत अली बहुजन समाज के पुरुषों को नीचा दिखाने की कोशिश कर रहे हैं।
राजभर ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा कि सैयद सालार भारत को लूटने के लिए पूरी सेना के साथ आए थे, लेकिन शौकत अली को इस बारे में जानकारी नहीं है। वह झूठी जानकारी फैलाकर बहुजन समाज के पुरुषों को नीचा दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। महाराजा सुहेलदेव एक वीर राजा थे और उनसे हमें गर्व है। उन्होंने कहा कि शौकत अली को अपना बयान वापस लेना चाहिए।
वहीं, पप्पू यादव द्वारा प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा पर भी ओपी राजभर ने तंज कसा। उन्होंने कहा कि पप्पू यादव को जब राहुल गांधी के रथ से हटाया गया, तो वह गिर पड़े। अब वह मोदी और नीतीश कुमार की तारीफ कर रहे हैं।
तेजस्वी यादव द्वारा बिहार में अधिकार यात्रा निकालने पर राजभर ने कहा कि ये लोग एक बार फिर से प्रदेश में जातिगत हिंसा भड़काना चाहते हैं। उनका इतिहास देखिए, तो पता चलेगा कि उन्होंने क्या-क्या किया है।
ओपी राजभर ने बिहार में विकास कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में लोग हर तरह की सुविधाएं प्राप्त कर रहे हैं। बिहार अब विकास की मुख्यधारा में लौटना चाहता है और यही कारण है कि विरोधी दलों में खलबली मची हुई है।
राजभर ने बिहार में चल रहे मतदाता सूची पुनरीक्षण के संबंध में कहा कि इसमें फर्जी मतदाताओं की पहचान हो रही है। जो लोग मर चुके हैं, उनका नाम हटाया जा रहा है और जो लोग प्रदेश छोड़ चुके हैं, उन्हें चिन्हित किया जा रहा है। इसमें कुछ भी गलत नहीं है।
सपा को भाजपा की बी टीम बताने पर ओपी राजभर ने कहा कि अखिलेश यादव ने मध्य प्रदेश में कहा था कि कांग्रेस को वोट मत दो, क्योंकि वह धोखा देगी। अब वे सभी बी टीम वाले एकत्र हो चुके हैं।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा वक्फ संशोधन कानून पर की गई टिप्पणी पर राजभर ने कहा कि अभी पूरा फैसला नहीं आया है। कोर्ट का निर्णय सर्वमान्य है। जो कोर्ट ने कहा है, सरकार को वैसा ही करना चाहिए। इस कानून का विरोध करने वाले लोग गरीब मुस्लिमों को फायदा नहीं देना चाहते।
 
                     
                                             
                                             
                                             
                                             
                             
                             
                             
                            