क्या सुप्रीम कोर्ट की राहुल गांधी को फटकार जायज है? ओपी राजभर ने बताया

सारांश
Key Takeaways
- सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी पर ओपी राजभर का समर्थन
- विपक्ष की भूमिका की अहमियत
- चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल
- राजनीतिक आक्षेपों की आवश्यकता
- सत्यपाल मलिक के निधन पर शोक
लखनऊ, 6 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के मंत्री ओपी राजभर ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा राहुल गांधी को दी गई फटकार का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी पूरी तरह से जायज है।
मंत्री ओपी राजभर ने राष्ट्र प्रेस के साथ बातचीत में कहा कि विपक्ष ने यह मन बना लिया है कि वे केवल विरोध ही करेंगे। यदि सरकार गलत दिशा में जा रही है, तो विपक्ष का कर्तव्य है कि उसे सही दिशा में ले जाए। विपक्ष सदन में मुद्दों पर चर्चा कर सकता है और एक सिस्टम के तहत प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और रक्षामंत्री से बात कर सकता है। जब भी राहुल गांधी विदेश जाते हैं, तो वे भारत को कटघरे में खड़ा कर देते हैं।
कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वे चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्थाओं पर आरोप लगाते हैं। जब उनकी पार्टी चुनाव जीत जाती है, तो वही चुनाव आयोग उनके लिए अच्छा हो जाता है।
बिहार में एसआईआर से संबंधित चुनाव आयोग पर उठे सवालों को लेकर उन्होंने कहा कि आयोग ने नाम शामिल करने या अन्य आपत्तियों के लिए एक महीने का समय दिया है। यदि कोई आपत्ति दर्ज होती है, तो उसका निस्तारण आयोग द्वारा अवश्य किया जाएगा।
संविधान में सभी धर्मों के लोगों को अपने तरीके से पूजा करने का अधिकार है। यदि राहुल और अखिलेश भगवान राम को नहीं मानते, तो उन्हें जबरदस्ती नहीं करनी चाहिए। यदि चुनाव का समय होता, तो वे मंदिरों में अलग-अलग वेशभूषा में नजर आते।
राज्यपाल सत्यपाल मलिक के निधन पर उन्होंने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि आज देश ने एक कुशल नेता को खो दिया है, यह एक अपूरणीय क्षति है। विरले लोगों में अपनी बात को निर्भीकता के साथ रखने की क्षमता होती है।