क्या ऑपरेशन नारकोस में भागलपुर स्टेशन पर 30 हजार की नशीली कफ सिरप जब्त हुई?
सारांश
Key Takeaways
- ऑपरेशन नारकोस के तहत नशीली कफ सिरप की बरामदगी।
- आरपीएफ की सक्रियता में वृद्धि।
- यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता।
- लावारिस सामान की पहचान और जब्ती।
- बाजार में नशीली दवाओं के खिलाफ सख्त कदम।
मालदा, 27 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। रेलवे में नशीले पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए चल रहे विशेष अभियान में मालदा डिवीजन की रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। “ऑपरेशन नारकोस” के तहत भागलपुर रेलवे स्टेशन पर एक लावारिस बैग से लगभग 30 हजार रुपये मूल्य की नशीली कफ सिरप की 150 बोतलें बरामद की गईं।
यह कार्रवाई 25 दिसंबर को की गई। आनंद विहार टर्मिनल से अगरतला जा रही ट्रेन नंबर 20502 तेजस राजधानी एक्सप्रेस में आरपीएफ कर्मियों की नियमित जांच के दौरान प्लेटफॉर्म पर एक बैग लावारिस अवस्था में मिला। कई बार स्टेशन पर अनाउंसमेंट की गई और यात्रियों से पूछताछ की गई, लेकिन कोई भी बैग का मालिक सामने नहीं आया। सभी सुरक्षा नियमों और कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करते हुए गवाहों की मौजूदगी में बैग खोला गया। बैग के अंदर कफ सिरप की 150 बोतलें मिलीं, जिनकी बाजार कीमत लगभग 29,700 रुपये आंकी गई है।
चूंकि बैग का कोई दावेदार नहीं मिला, इसलिए इसे लावारिस संपत्ति घोषित कर जब्त कर लिया गया। बरामद सामान को सुरक्षित रखने के लिए आरपीएफ पोस्ट भागलपुर ले जाया गया। मामले की सूचना तुरंत आबकारी विभाग को दी गई। सभी जरूरी कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद जब्त कफ सिरप की बोतलें आगे की जांच और कार्रवाई के लिए आबकारी विभाग को सौंप दी गईं।
यह अभियान मालदा के मंडल रेल प्रबंधक मनीष कुमार गुप्ता के निर्देशन और मंडल सुरक्षा आयुक्त असीम कुमार कुल्लू की देखरेख में चल रहा है। ऑपरेशन नारकोस का मकसद रेलवे नेटवर्क के जरिए नशीले और साइकोट्रोपिक पदार्थों की अवैध तस्करी को पूरी तरह रोकना है। साथ ही यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना भी इसका मुख्य उद्देश्य है।
आरपीएफ अधिकारियों का कहना है कि रेलवे में नशीली दवाओं की तस्करी के मामले बढ़ रहे थे, इसलिए यह विशेष अभियान शुरू किया गया। इस तरह की सतर्कता से न केवल अपराधी बेनकाब हो रहे हैं, बल्कि रेल यात्रा भी सुरक्षित हो रही है। मालदा डिवीजन की आरपीएफ टीम की यह मुस्तैदी रेलवे संपत्ति के दुरुपयोग को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
यात्रियों से अपील की गई है कि वे ट्रेनों या स्टेशनों पर कोई संदिग्ध व्यक्ति या लावारिस सामान दिखने पर तुरंत आरपीएफ कर्मियों को सूचना दें। जनता का सहयोग ही सुरक्षित रेल यात्रा की गारंटी है। इस सफलता से आरपीएफ टीम का हौसला बढ़ा है और अभियान को और तेज किया जाएगा।