क्या ऑपरेशन सिंदूर देश का गर्व है, राजनीति नहीं होनी चाहिए?

सारांश
Key Takeaways
- ऑपरेशन सिंदूर ने भारतीय सेना की ताकत को प्रदर्शित किया।
- राजनीति को देशहित से अलग रखा जाना चाहिए।
- बिहार विधानसभा चुनाव में फर्जी वोटरों का मुद्दा उठाया गया है।
- मुंबई विस्फोट मामले में न्याय की आवश्यकता है।
- गृह मंत्री और रक्षा मंत्री जनता को सूचना देंगे।
मुंबई, 22 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीराज नायर ने ऑपरेशन सिंदूर को देश की प्रतिष्ठा बढ़ाने वाला बताते हुए विपक्ष पर इस मुद्दे पर राजनीति करने का आरोप लगाया।
उन्होंने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के परिणामस्वरूप देश में गर्व और खुशी का माहौल है, क्योंकि हमारी सेना ने पाकिस्तान और पीओके में घुसकर नौ एयरबेस को नष्ट किया और उन्हें एक सशक्त जवाब दिया। विपक्ष हमेशा हमारे सैन्य बलों पर सवाल उठाता है और नकारात्मक टिप्पणियां करता है, जो कि अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। अब सरकार ने इस विषय पर चर्चा करने का निर्णय लिया है। गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह देश को पूरी सच्चाई बताएंगे। इससे विपक्ष को भी उत्तर मिलेगा और राष्ट्रहित में सही जानकारी जनता के सामने आएगी। यह निर्णय स्वागत योग्य है। विपक्ष को इस मुद्दे पर राजनीति नहीं करनी चाहिए और देशहित के मामलों में एकजुट होना चाहिए।
आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर श्रीराज नायर ने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा मतदाता सूची के लिए चलाए गए अभियान को सराहना मिली है। इस मुहिम में पैंतीस लाख से अधिक फर्जी वोटरों की पहचान की गई है, जिनमें अवैध रूप से रह रहे घुसपैठिए, रोहिंग्या, बांग्लादेशी और पाकिस्तानी शामिल हैं। ऐसे व्यक्तियों को बिहार ही नहीं, पूरे भारत से बाहर निकालना चाहिए। वोटर लिस्ट में केवल वास्तविक भारतीय नागरिकों के नाम होने चाहिए। आयोग द्वारा इस दिशा में उठाया गया कदम सही है और हम इसका स्वागत करते हैं।
2006 के मुंबई विस्फोट मामले के फैसले पर उन्होंने कहा कि 11 जुलाई 2006 को मुंबई लोकल ट्रेन में हुए सीरियल ब्लास्ट में 180 से अधिक निर्दोषों की मौत और 800 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। लोअर कोर्ट ने पांच को फांसी और सात को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। लेकिन अब बॉम्बे हाईकोर्ट द्वारा दोषियों को रिहा करना अत्यंत दुखद है। मैं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से अनुरोध करता हूं कि इस मामले को तुरंत सुप्रीम कोर्ट में ले जाया जाए। हमें भारतीय न्याय प्रणाली पर विश्वास है। इस मामले में जो भी दोषी होंगे, उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।