क्या मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा ने रूसी उद्यमियों से मुलाकात की और भारतीय श्रमिकों से की बातचीत?

सारांश
Key Takeaways
- पबित्रा मार्गेरिटा ने रूस में भारतीय श्रमिकों से मुलाकात की।
- रूस के इवानोवो क्षेत्र में व्यापारिक बैठकें हुईं।
- ई-माइग्रेट प्रणाली के माध्यम से भारतीय श्रमिकों की आवाजाही को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
- भारत का सर्वश्रेष्ठ - भारतीय परिधान एवं वस्त्र मेला आयोजित किया गया।
- 100 से अधिक भारतीय कंपनियों ने मेले में भाग लिया।
नई दिल्ली, 5 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत के वस्त्र एवं विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा ने अपने विदेश दौरे के दौरान रूस के प्रमुख कपड़ा केंद्र इवानोवो क्षेत्र के अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। साथ ही, उन्होंने वहां स्थित कपड़ा कारखाने में कार्यरत भारतीय श्रमिकों से भी बातचीत की।
पबित्रा मार्गेरिटा ने अपने रूस दौरे का अनुभव साझा करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, "रूस के उद्योग एवं व्यापार मंत्रालय के प्रतिनिधियों के साथ महत्वपूर्ण चर्चा के बाद, शुक्रवार को इवानोवो क्षेत्र के अधिकारियों के साथ एक सकारात्मक बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में कच्चे माल, मानव संसाधन, शैक्षणिक सहयोग और तकनीकी वस्त्रों में सहयोग के मुद्दों पर चर्चा हुई।"
उन्होंने भारतीय श्रमिकों से मुलाकात के बारे में लिखा, "इवानोवो क्षेत्र में कार्यरत भारतीय श्रमिकों से बातचीत करने का मौका मिला। मैंने उनके योगदान की सराहना की और ई-माइग्रेट प्रणाली के माध्यम से कुशल, अर्ध-कुशल और अकुशल भारतीय श्रमिकों की सुरक्षित और व्यवस्थित आवाजाही को बढ़ावा देने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।"
ज्ञात रहे कि केंद्रीय वस्त्र एवं विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा ने 1 से 3 अक्टूबर 2025 तक रूस की आधिकारिक यात्रा की। इस दौरान उन्होंने रूस के उद्योग एवं व्यापार मंत्रालय और वस्त्र एवं परिधान उद्योग के उद्यमियों के साथ द्विपक्षीय बैठकों का आयोजन किया। ये बैठकें व्यापार, उद्योग और वस्त्र क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने और भारतीय एवं रूसी व्यवसायों के बीच सहयोग बढ़ाने पर केंद्रित थीं।
रूस में उन्होंने "भारत का सर्वश्रेष्ठ - भारतीय परिधान एवं वस्त्र मेला" का उद्घाटन किया। यह प्रदर्शनी भारत के निर्यातकों के लिए रूस और सीआईएस बाजारों में अपनी उपस्थिति बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।
इस मेले में लगभग 100 से अधिक भारतीय कंपनियों ने भाग लिया। मेले में शामिल कंपनियों ने हथकरघा और हस्तशिल्प से लेकर घरेलू साज-सज्जा, कालीन, लिनन, सेब और परिधानों तक के उत्पादों का प्रदर्शन किया। यह मेला हथकरघा निर्यात संवर्धन परिषद (एचईपीसी) द्वारा आयोजित किया गया।
-- राष्ट्र प्रेस