क्या आतंकवाद के विचार को खत्म करने के लिए पाकिस्तान को मजबूर करना होगा?

सारांश
Key Takeaways
- आतंकवाद एक विचार है और इसे केवल हमलों से खत्म नहीं किया जा सकता।
- पीओके से आतंकवादियों का आना एक बड़ी समस्या है।
- भारत को अपने ठिकानों पर ध्यान देना होगा।
- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समर्थन प्राप्त करना आवश्यक है।
- निरंतरता के साथ दबाव बनाना ही समाधान है।
नई दिल्ली, 14 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान के मुरिदके में स्थित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के मुख्यालय को नष्ट कर दिया था। अब इस स्थान के पुनर्विकास की खबरें आ रही हैं। इस संदर्भ में, विंग कमांडर (सेवानिवृत्त) प्रफुल्ल बख्शी ने पाकिस्तान पर कड़ी टिप्पणियाँ की हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की सेना अपने सभी कार्य आतंकवादियों के जरिए कराती है।
विंग कमांडर (सेवानिवृत्त) प्रफुल्ल बख्शी ने राष्ट्र प्रेस से विशेष बातचीत में बताया, "पाकिस्तान की सरकार और उसकी सेना आतंकवादियों का सहारा लेकर काम करती है, जो पूरी तरह से भारत के खिलाफ है। उन्होंने आतंकवादियों को समर्थन दिया हुआ है। मुरिदके में स्थित कैंप के पुनर्विकास की जो बातें सामने आ रही हैं, वह वास्तविकता है। भारत ने पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों को नष्ट किया है, लेकिन मुझे लगता है कि इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ा है। इसका एक मुख्य कारण यह है कि उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फंडिंग मिल रही है। मेरा मानना है कि पाकिस्तान में यह स्थिति बनी रहेगी, चाहे हम कितनी भी कार्रवाई करें, लेकिन ये कार्य रुकने वाले नहीं हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "आतंकवाद एक विचार है और इसे केवल हमलों से खत्म नहीं किया जा सकता। आतंकवाद तभी समाप्त होगा जब पाकिस्तान को इसे करने से रोका जाएगा। इसके लिए पाकिस्तान पर दबाव बनाना जरूरी है, और इसकी शुरुआत पीओके को अपने नियंत्रण में लेने से होनी चाहिए। पीओके से ही आतंकवादी भारत में घुसते हैं, इसलिए पहले वहां मौजूद ठिकानों को नष्ट करना होगा। इसके बाद हमें उसे अपने अधिकार में लेने के प्रयास तेज करने होंगे।"
प्रफुल्ल बख्शी ने एससीओ शिखर सम्मेलन का जिक्र करते हुए कहा, "वहां असल मुद्दों पर चर्चा नहीं हुई, केवल यह कहा गया कि दो देशों को एक-दूसरे के खिलाफ आतंकवाद को बढ़ावा नहीं देना चाहिए। पाकिस्तान के खिलाफ कोई भी बोलने को तैयार नहीं है, और उसे इस्लामिक देशों का समर्थन प्राप्त है। पाकिस्तान को अमेरिका, चीन और तुर्की का पूरा समर्थन है। भारत को इससे सीख लेनी चाहिए। पाकिस्तान की स्थिति तब तक कमजोर नहीं होगी, जब तक हमले जारी नहीं रहेंगे। इसलिए हमें अपनी ओर से उस पर लगातार हमले करते रहना होगा। यह मुद्दा तब समाप्त होगा, जब हम अपने राज्य को फिर से लेने का प्रयास करेंगे।"
उन्होंने अंत में कहा, "भारत ने आतंकवाद के खिलाफ 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया है, जो यह दर्शाता है कि हमें आतंकवाद को खत्म करना है। मेरा मानना है कि आतंकवाद को समाप्त करना संभव है, लेकिन इसके लिए पहले हमें भारत में उनके समर्थन को समाप्त करना होगा।"