क्या पाकिस्तान में बाढ़ ने 4.1 करोड़ लोगों को प्रभावित किया है? पंजाब में 56 जानें गईं

सारांश
Key Takeaways
- 4.1 करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं।
- 56 लोग की जान गई है।
- 4,100 से अधिक गांव जलमग्न हैं।
- 425 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं।
- 1,75,000 मरीजों का इलाज किया गया है।
लाहौर, 7 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। पाकिस्तान में बाढ़ ने भीषण तबाही मचाई है। बाढ़ के चलते 25 जिलों के 4,100 से अधिक गांव प्रभावित हुए हैं। 26 अगस्त से लेकर अब तक पंजाब में कम से कम 56 लोगों की जान जा चुकी है। यह जानकारी प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (पीडीएमए) के आंकड़ों का हवाला देते हुए स्थानीय मीडिया ने दी।
पीडीएमए के महानिदेशक इरफान अली काठिया ने संवाददाताओं को बताया कि इस आपदा के कारण अनुमानित 4.1 करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं।
बड़े पैमाने पर विस्थापन के मुद्दे से निपटने के लिए अधिकारियों ने प्रभावित क्षेत्रों में 425 राहत शिविर और टेंट सिटी स्थापित किए हैं, जहां अस्थायी आश्रय और भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।
प्रमुख पाकिस्तानी दैनिक 'डॉन' ने काठिया के हवाले से बताया कि 500 से अधिक चिकित्सा शिविर संचालित हैं, जहां चोट, संक्रमण और जलजनित बीमारियों से पीड़ित लगभग 1,75,000 मरीजों का इलाज किया गया है।
बचाव दल अब तक 2 करोड़ से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा चुके हैं। पीडीएमए के महानिदेशक इरफान अली काठिया ने कहा है कि पंजाब के कृषि क्षेत्र में आजीविका की सुरक्षा के लिए 1.5 करोड़ से अधिक मवेशियों को सुरक्षित क्षेत्रों में पहुंचाया गया है।
इससे पहले, पीडीएमए ने कहा था कि पंजाब में जारी बाढ़ से 42 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। रावी, सतलुज और चिनाब नदियों के किनारे बसे 4,100 से अधिक गांव जलमग्न हो गए हैं।
मुल्तान के उपायुक्त वसीम हामिद सिंधु ने कहा कि जिला प्रशासन ने हेड त्रिमू से आने वाले संभावित उफान से निपटने के लिए एक व्यापक कार्य योजना तैयार की है। चिनाब नदी पर हेड मुहम्मदवाला और शेरशाह बाढ़ बांध में जलस्तर कम होने लगा है, जिससे सुरक्षात्मक बांधों पर दबाव कम हुआ है।
अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि नए प्रवाह से नदी का जलस्तर फिर से बढ़ सकता है।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के अनुसार, 26 जून को मानसून की शुरुआत के बाद से मूसलाधार बारिश और बाढ़ ने देशभर में 900 से अधिक लोगों की जान ले ली है और 1,000 से अधिक घायल हुए हैं।