क्या मथुरा में ब्राह्मण विधायकों की बैठक पर पंकज चौधरी का कहना है कि जातिगत व्यवस्था अनुशासनहीनता है?
सारांश
Key Takeaways
- पंकज चौधरी ने जातिगत व्यवस्था को अनुशासनहीनता बताया।
- भाजपा सभी वर्गों की पार्टी है।
- राजनीतिक अनुभव का महत्व बताया।
- दीनदयाल उपाध्याय जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
- बांके बिहारी मंदिर में दर्शन किए।
मथुरा, 27 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष पंकज चौधरी ने शनिवार को मथुरा का दौरा किया, जहां उन्होंने फरह स्थित दीनदयाल धाम में पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने ब्राह्मण नेताओं की बैठक पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
मथुरा में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सभी समुदायों के साथ चलती है। प्रधानमंत्री द्वारा किए गए वादे 'सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास' के अनुसार, आज बिना किसी भेदभाव के पूरे देश में विकास के कार्य चल रहे हैं। हम राष्ट्र निर्माण और विकास की बात करते हैं, और इसी सिद्धांत पर हमारा संगठन काम करता है।
ब्राह्मण और ठाकुर समाज के नेताओं की बैठक पर जब उनसे सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि जब से मैं अध्यक्ष बना हूं, तब से मैं इस योग्य हुआ हूं कि उन्हें कुछ सुझाव दे सकूं। मेरे सामने जो विषय है, उसमें ठाकुर और ब्राह्मणों की बात नहीं है। भाजपा समाज के सभी वर्गों की पार्टी है।
उन्होंने कहा कि मैंने अपने पत्र में किसी का नाम नहीं लिया है। मैंने भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं को सुझाव और चेतावनी दी है कि भाजपा के संविधान के अनुसार जातिगत व्यवस्था बनाना अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है।
संगठन को मजबूत करने और विवादों को दूर करने के सवाल पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मेरे पास 35 वर्षों का राजनीतिक अनुभव है और मैंने एक ही पार्टी से सात बार चुनाव जीते हैं। इसी से समझिए कि किस तरह मैं अपने कार्यकर्ताओं को साथ लेकर चलता हूं।
उन्होंने कहा कि मेरी कोशिश रहेगी कि जिस तरह मैं अपने क्षेत्र के लोगों को साथ लेकर चला, उसी तरह पूरे प्रदेश के कार्यकर्ताओं को लेकर आगे बढ़ूं।
इसके साथ ही, पंकज चौधरी ने शनिवार को मथुरा स्थित बांके बिहारी मंदिर में दर्शन के लिए भी पहुंचे। उनका कहना है कि प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद मैंने पूरे राज्य का दौरा शुरू किया है। यह यात्रा बांके बिहारी जी के आशीर्वाद से शुरू करूंगा, यह मैंने पहले से तय कर लिया था।