क्या जीवित व्यक्ति को मृत बताया गया? चुनाव आयोग को नोटिस कौन देगा: पप्पू यादव

सारांश
Key Takeaways
- पप्पू यादव ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- मतदाता सूची में अनियमितताएं मौजूद हैं।
- अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप का भारत पर टैरिफ लगाना चिंता का विषय है।
- प्रधानमंत्री मोदी के चीन दौरे पर सवाल उठाए गए हैं।
- राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप का बढ़ता चलन।
नई दिल्ली, 7 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बिहार की पूर्णिया लोकसभा सीट से सांसद राजेश रंजन (पप्पू यादव) ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव को ईपीआईसी मामले में चुनाव आयोग द्वारा भेजे गए नोटिस के संदर्भ में कई महत्वपूर्ण प्रश्न उठाए हैं। उन्होंने कहा कि तेजस्वी ने जानबूझकर गलत नहीं किया होगा।
गुरुवार को राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए सांसद पप्पू यादव ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग चुनिंदा रूप से विपक्षी नेताओं को निशाना बनाता है। उन्होंने कहा कि आयोग ने वोटर लिस्ट में उन्हें मृत घोषित किया है जबकि वे वर्तमान में जिंदा हैं। ऐसे में चुनाव आयोग को कौन नोटिस देगा?
उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव ने जानबूझकर गलत नहीं बोला होगा, क्योंकि उनका उद्देश्य बिहार का कल्याण है। पप्पू यादव ने मतदाता सूची में अनियमितताओं का मुद्दा उठाया, जिसमें 22 लाख मृत, 35 लाख मिसिंग और 8 लाख डुप्लिकेट वोटर कार्ड का दावा किया। साथ ही, यह सवाल उठाया कि जिंदा वोटर को मृत दिखाने के लिए आयोग को कौन नोटिस देगा।
उन्होंने आयोग से बिहार के इस मामले में इस्तीफे की मांग भी की।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने और अतिरिक्त शुल्क की धमकी देने पर पप्पू यादव ने इसे भारत की अर्थव्यवस्था और 140 करोड़ जनता के साथ खिलवाड़ बताया। ट्रंप पर उन्होंने भारत की संस्कृति पर हमला करने का आरोप लगाया, खासकर सनातन धर्म का अपमान करने का दावा भी किया।
पप्पू यादव का मानना है कि केंद्र सरकार ने अमेरिकी दूतावास को इस मुद्दे पर जवाब देने के लिए नहीं बुलाया। उन्होंने कहा कि ट्रंप की ओर से लगाए गए टैरिफ भारत की संस्कृति और अर्थव्यवस्था पर हमला है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पप्पू यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संभावित चीन दौरे पर टिप्पणी करते हुए कहा कि चीन भारत का दुश्मन है। 1962 से लेकर अब तक चीन कभी भी भारत का दोस्त नहीं हो सकता। उन्होंने यह भी दावा किया कि चीन सुपरपावर बनने की चाहत में भारत को कमजोर करना चाहता है।
उन्होंने पाकिस्तान की तुलना कुत्ता-बिल्ली से की और कहा कि चीन भारत को कमजोर करना चाहता है।
उन्होंने कहा कि देखना यह होगा कि पीएम मोदी चीन में भारत का पक्ष कैसे रखते हैं।