क्या पप्पू यादव ने कश्मीरियों का आभार व्यक्त किया और धर्मेंद्र यादव ने सेना की जीत की बात की?

सारांश
Key Takeaways
- भारतीय सेना ने अद्वितीय साहस का परिचय दिया है।
- कश्मीरियों का बलिदान सराहा गया है।
- राजनीति में संप्रभुता को बनाए रखना आवश्यक है।
- अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए।
- सभी सांसदों ने एकता का आह्वान किया है।
नई दिल्ली, 29 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा चल रही है। इस संदर्भ में पूर्णिया के सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव और सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने संसद में अपने विचार प्रस्तुत किए।
पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने लोकसभा में कहा कि मेरा प्रश्न हमारे वीर सशस्त्र बलों के बारे में है, जिन्होंने अद्वितीय साहस का परिचय दिया, भले ही हमारी नीतियों ने उनके साहस को पूरी तरह से मान्यता नहीं दी हो। हमने इस देश के 26 शहीदों को खोया है, और मैं उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
उन्होंने कहा कि मैं कश्मीर के लोगों के प्रति आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने हमेशा स्वतंत्र भारत के लिए हर मोर्चे पर अपने बलिदान दिए हैं। चीन पर चर्चा क्यों नहीं हो रही है? आर्टिकल 370 हटने के बाद आतंकवादी हमले बढ़े हैं।
पप्पू यादव ने कहा कि भारत की संस्कृति पर क्यों हमला किया जा रहा है, भारत की जो संप्रभु संस्कृति है। हर चीज का राजनीतिकरण करना गलत है। मैं इसे उचित नहीं समझता हूं। खेल, संगीत और रिश्तों के मामले में राजनीति नहीं करनी चाहिए।
समाजवादी पार्टी के सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहा कि मुलायम सिंह यादव ने रक्षा मंत्री के रूप में सेना के लिए काफी काम किया था। उन्होंने कहा था कि जब-जब सेना ने लड़ाई लड़ी, तब-तब देश कभी नहीं हारा। जब देश को वार्ता की जरूरत पड़ी तो देश हारा। पहलगाम के बाद देशवासियों ने सेना और प्रधानमंत्री के साथ रहने का फैसला किया। अमेरिकी राष्ट्रपति ने दावा किया कि हमने व्यापार के दबाव में सीजफायर करा दिया। अगर पीएम मोदी घोषणा करते तो कोई दिक्कत नहीं थी। यूएस राष्ट्रपति ने 26 बार सीजफायर की बात कही है। सरकार की ओर से डोनाल्ड ट्रंप के दावे का जवाब नहीं दिया गया।
उन्होंने कहा कि सरकार ट्रंप के बयान की निंदा क्यों नहीं कर रही है? पहलगाम हमले के बाद से विपक्ष सरकार के साथ खड़ा था। देश की सेना ने यह युद्ध जीता है। 140 करोड़ लोगों ने जीता है। किसी को यह कहने का अधिकार नहीं है कि भारत का समझौता हमने कराया।