क्या ममता बनर्जी की स्वास्थ्य साथी योजना ने जनकल्याण की नई मिसाल कायम की है?

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क्या ममता बनर्जी की स्वास्थ्य साथी योजना ने जनकल्याण की नई मिसाल कायम की है?

सारांश

पश्चिम बंगाल की स्वास्थ्य साथी योजना ने एक करोड़ अस्पताल भर्ती का आंकड़ा पार कर लिया है। यह योजना सर्व-समावेशी और जनकेंद्रित स्वास्थ्य क्रांति का उदाहरण है। जानिए कैसे इस योजना ने राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार किया है।

Key Takeaways

  • पश्चिम बंगाल की स्वास्थ्य साथी योजना ने एक करोड़ अस्पताल भर्ती का आंकड़ा पार किया।
  • इस योजना का लाभ सभी निवासियों को मिलता है।
  • कोई आय सीमा या जाति की बाध्यता नहीं।
  • प्रत्येक परिवार को स्मार्ट कार्ड जारी किया जाता है।
  • कैशलेस इलाज की सीमा 5 लाख से 20 लाख रुपए तक।

कोलकाता, 3 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम बंगाल में 'स्वास्थ्य साथी योजना' ने एक करोड़ अस्पताल भर्ती का आंकड़ा पार कर लिया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की नेता ममता बनर्जी ने सोमवार को यह जानकारी दी।

ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए बताया कि राज्य सरकार की अनूठी स्वास्थ्य बीमा योजना 'स्वास्थ्य साथी' ने 31 अक्टूबर 2025 तक एक करोड़ अस्पताल में भर्ती होने का ऐतिहासिक आंकड़ा पार कर लिया है। इस योजना के तहत राज्य बजट से अब तक 13,156 करोड़ रुपए का कैशलेस स्वास्थ्य लाभ नागरिकों को प्रदान किया गया है। ममता ने इसे 'सर्व-समावेशी और जनकेंद्रित' स्वास्थ्य क्रांति बताया है।

मुख्यमंत्री ने अपनी पोस्ट में लिखा, "पश्चिम बंगाल सरकार की सर्व-समावेशी, अनूठी स्वास्थ्य बीमा योजना 'स्वास्थ्य साथी' ने 31 अक्टूबर 2025 तक एक करोड़ अस्पतालों में भर्ती का आंकड़ा पार कर लिया है। इस योजना के तहत पश्चिम बंगाल के नागरिकों को राज्य के बजट से 13,156 करोड़ रुपए का कैशलेस स्वास्थ्य लाभ प्रदान किया गया है।"

उन्होंने आगे कहा, "पश्चिम बंगाल का कोई भी निवासी 'स्वास्थ्य साथी' का लाभ उठाने के लिए पात्र है, भले ही वह किसी अन्य राज्य प्रायोजित योजना के अंतर्गत न आता हो। इस योजना में पश्चिम बंगाल के 8.5 करोड़ से अधिक निवासी शामिल हैं।"

'स्वास्थ्य साथी' योजना की सबसे बड़ी विशेषता इसका सार्वभौमिक कवरेज है। कोई आय सीमा, जाति या धर्म की बाध्यता नहीं है। राज्य के 8.5 करोड़ से अधिक निवासी इस योजना से जुड़े हैं। प्रत्येक परिवार को स्मार्ट कार्ड जारी किया जाता है, जिसके माध्यम से सालाना 5 लाख रुपए तक का कैशलेस इलाज उपलब्ध है। गंभीर बीमारियों के लिए यह सीमा 20 लाख रुपए तक बढ़ाई जा सकती है। योजना में 2,000 से अधिक निजी और सरकारी अस्पताल पैनल में शामिल हैं।

ममता बनर्जी ने योजना की सफलता का श्रेय मजबूत आईटी प्लेटफॉर्म और समयबद्ध भुगतान व्यवस्था को दिया। उन्होंने लिखा, "मजबूत आईटी प्लेटफॉर्म और अस्पताल भागीदारों को समयबद्ध भुगतान ने इसके लाभार्थियों को तेज़ और विश्वसनीय सेवा प्रदान करना सुनिश्चित किया है।"

Point of View

बल्कि यह देश के लिए एक महत्वपूर्ण उदाहरण भी प्रस्तुत कर रही है। राज्य सरकार की स्वास्थ्य साथी योजना सभी वर्गों के लिए एक समान अवसर प्रदान करती है, जो इसे अन्य राज्यों के लिए एक प्रेरणा स्रोत बनाती है।
NationPress
03/11/2025

Frequently Asked Questions

स्वास्थ्य साथी योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?
स्वास्थ्य साथी योजना का मुख्य उद्देश्य पश्चिम बंगाल के नागरिकों को स्वास्थ्य बीमा प्रदान करना है ताकि वे बिना किसी वित्तीय चिंता के उपचार प्राप्त कर सकें।
क्या इस योजना का लाभ सभी निवासियों को मिलता है?
हाँ, इस योजना का लाभ पश्चिम बंगाल के सभी निवासियों को मिलता है, भले ही वे किसी अन्य राज्य प्रायोजित योजना के अंतर्गत न आते हों।
इस योजना में किस प्रकार के अस्पताल शामिल हैं?
इस योजना में 2,000 से अधिक निजी और सरकारी अस्पताल शामिल हैं, जहां लाभार्थी कैशलेस उपचार प्राप्त कर सकते हैं।
क्या इस योजना में आय का कोई प्रतिबंध है?
नहीं, इस योजना में आय, जाति या धर्म की कोई बाध्यता नहीं है।
कैशलेस इलाज की सीमा क्या है?
प्रत्येक परिवार को सालाना 5 लाख रुपए का कैशलेस इलाज उपलब्ध है, और गंभीर बीमारियों के लिए यह सीमा 20 लाख रुपए तक बढ़ाई जा सकती है।