क्या पटियाला पुलिस ने 'युद्ध नशों के विरुद्ध' में 6 करोड़ की संपत्ति जब्त की?

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क्या पटियाला पुलिस ने 'युद्ध नशों के विरुद्ध' में 6 करोड़ की संपत्ति जब्त की?

सारांश

पटियाला पुलिस ने 'युद्ध नशों के विरुद्ध' अभियान के तहत नशा तस्करों पर कड़ी कार्रवाई की। 93 केस दर्ज करके नशा सप्लाई चेन को तोड़ा गया। 500 से अधिक नशेड़ियों को उपचार के लिए दाखिल कराया गया। जानें पूरी जानकारी में क्या कुछ हुआ।

Key Takeaways

  • युद्ध नशों के विरुद्ध अभियान के तहत नशा तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई।
  • 93 मामले दर्ज कर कई सप्लाई चेन नेटवर्क ध्वस्त किए गए।
  • पौने छह करोड़ रुपये की नशा तस्करी से अर्जित संपत्ति जब्त।
  • 500 से अधिक नशेड़ियों को उपचार के लिए डि-एडिक्शन सेंटर्स में दाखिल किया गया।
  • पुलिस का कन्विक्शन रेट 95 फीसदी है।

पटियाला, 30 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में चलाए जा रहे 'युद्ध नशों के विरुद्ध' अभियान के अंतर्गत, पटियाला पुलिस ने सितंबर महीने में नशा तस्करों के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। इस महीने एनडीपीएस एक्ट के तहत 93 मामले दर्ज किए गए हैं। इस दौरान कई सप्लाई चेन नेटवर्क को ध्वस्त करते हुए नशा सप्लाई करने वालों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया गया है।

एसएसपी पटियाला वरुण शर्मा के अनुसार, एनडीपीएस एक्ट की धारा 68एफ के तहत नशा तस्करों की अवैध संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया को तेज किया गया है। हाल के महीनों में 16 प्रस्ताव सक्षम प्राधिकरण से मंज़ूर हुए, जिसके तहत लगभग पौने छह करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई है। यह संपत्ति नशा तस्करी से अर्जित की गई थी।

उन्होंने बताया कि जहां एक ओर नशा सप्लाई करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है, वहीं नशे की लत के शिकार लोगों के प्रति संवेदनशील दृष्टिकोण अपनाया गया है। अब तक 500 से अधिक नशेड़ी डि-एडिक्शन सेंटर्स और 2000 से अधिक नशेड़ी अन्य उपचार केंद्रों में दाखिल कराए जा चुके हैं, ताकि वे इलाज लेकर मुख्यधारा में लौट सकें।

सितंबर में पटियाला पुलिस ने 5 बड़े नशा सप्लायरों को गिरफ्तार किया है। इनके खिलाफ संपत्ति जब्ती के प्रस्ताव भी भेजे जाएंगे। पुलिस का दावा है कि पटियाला में कन्विक्शन रेट 95 फीसदी है। यह इस बात का सबूत है कि पुलिस की जांच और केस बेहद मजबूत होते हैं।

पुलिस ने आगे बताया कि सेफ पंजाब हेल्पलाइन के जरिए मिले 250 से अधिक टिप्स के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई हैं और त्वरित कार्रवाई की गई है। इस गुप्त सूचना प्रणाली ने पुलिस और जनता के बीच विश्वास को और मजबूत किया है।

अकाली दल के कुछ कार्यकर्ताओं के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए पुलिस ने कहा कि माताओं-बहनों की सुरक्षा उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हाल ही में सामने आए एक मामले में एक महिला को पहले पटियाला के सरकारी अस्पताल और बाद में उसकी इच्छा पर लुधियाना के निजी अस्पताल में भर्ती कराने में पुलिस ने पूरा सहयोग दिया।

पटियाला पुलिस का कहना है कि युद्ध नशों के विरुद्ध अब सिर्फ सरकारी स्तर का अभियान नहीं रहा, बल्कि जनता भी इसमें सक्रिय रूप से शामिल हो रही है। जैसे-जैसे नशे की सप्लाई चेन टूट रही है और इसकी उपलब्धता कम हो रही है, वैसे-वैसे लोग आगे आकर अपने बच्चों को डि-एडिक्शन सेंटर्स में दाखिल करा रहे हैं। यह अभियान अब धीरे-धीरे एक जन आंदोलन का रूप ले रहा है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि नशे की समस्या हमारे समाज के लिए गंभीर चुनौती है। पटियाला पुलिस का अभियान न केवल नशा तस्करों के खिलाफ एक ठोस कदम है, बल्कि समाज के सभी वर्गों को इस मुद्दे पर एकजुट होने का भी आह्वान करता है। यह स्थिति दिखाती है कि जब सरकार और जनता मिलकर काम करते हैं, तो बदलाव संभव है।
NationPress
30/09/2025

Frequently Asked Questions

पटियाला पुलिस ने कितने नशा तस्करों को गिरफ्तार किया?
सितंबर में पटियाला पुलिस ने 5 बड़े नशा सप्लायरों को गिरफ्तार किया।
पुलिस ने कितनी संपत्ति जब्त की?
पुलिस ने लगभग पौने छह करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की।
डि-एडिक्शन सेंटर्स में कितने नशेड़ियों को दाखिल किया गया?
अब तक 500 से अधिक नशेड़ियों को डि-एडिक्शन सेंटर्स में दाखिल कराया गया है।
कन्विक्शन रेट क्या है?
पटियाला में पुलिस का कन्विक्शन रेट 95 फीसदी है।
सेफ पंजाब हेल्पलाइन का क्या उपयोग है?
सेफ पंजाब हेल्पलाइन के माध्यम से पुलिस को 250 से अधिक टिप्स मिले हैं, जिन पर त्वरित कार्रवाई की गई है।