पटना अस्पताल में हुई हत्या के मामले में पांच पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज?

सारांश
Key Takeaways
- पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है।
- हत्या की घटना पर बिहार पुलिस की आलोचना हुई है।
- सीसीटीवी फुटेज से मुख्य अपराधियों की पहचान हुई है।
- छापेमारी जारी है, गिरफ्तारी की प्रक्रिया चल रही है।
- इस घटना ने स्वास्थ्य सेवाओं में सुरक्षा के मुद्दे को उजागर किया है।
पटना, 19 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार की राजधानी पटना के पारस अस्पताल में भर्ती एक मरीज की हत्या के मामले में पांच पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है। इसमें एक पुलिस अवर निरीक्षक स्तर का अधिकारी भी शामिल है।
पुलिस के एक अधिकारी ने जानकारी दी कि पारस अस्पताल में घटित इस घटना के लिए जिम्मेदार पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है। इनमें एक अवर निरीक्षक, दो सहायक अवर निरीक्षक और दो सिपाही शामिल हैं। सभी पर कर्तव्यहीनता का आरोप लगा है।
इस बीच, 17 जुलाई को शास्त्रीनगर थानांतर्गत पारस अस्पताल में चंदन कुमार मिश्रा की गोली मारकर हत्या के मामले में अपराधियों की पहचान कर ली गई है। पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार, "अनुसंधान के दौरान तकनीकी, मानवीय अनुसंधान और सीसीटीवी फुटेज के जरिए हत्या में शामिल अपराधियों की पहचान की गई है।"
अधिकारी ने यह भी बताया कि हत्या में शामिल तीन मुख्य अपराधियों के विरुद्ध इश्तेहार जारी किया गया है। उनकी गिरफ्तारी के लिए विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि पारस अस्पताल में चंदन मिश्रा की हत्या का एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि अपराधी अस्पताल में घुसकर गोलियां चलाते हैं और फिर भाग जाते हैं। चंदन मिश्रा को उसके विरोधी गुट के बदमाशों ने अस्पताल में ही मार दिया। इस घटना ने बिहार पुलिस की कड़ी आलोचना की है।