क्या पटना में शहीद किशोर कुणाल को कारगिल विजय दिवस पर श्रद्धांजलि दी गई?

सारांश
Key Takeaways
- कारगिल विजय दिवस का महत्व
- शहीदों की याद में श्रद्धांजलि अर्पित करना
- देशभक्ति की भावना को जागृत करना
- पर्यावरण संतुलन का ध्यान रखना
- सभी को अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए
पटना, २६ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। देश भर में कारगिल विजय दिवस की वर्षगांठ को गर्व और सम्मान के साथ मनाया जा रहा है। बिहार की राजधानी पटना के कंकड़बाग स्थित किशोर कुणाल पार्क में सीमा सशस्त्र बल के सदस्यों ने शहीद किशोर कुणाल को उनकी शहादत दिवस के रूप में याद किया।
इस अवसर पर सीमा सशस्त्र बल के आईजी निश्चित कुमार उज्जवल भी कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित हुए और शहीद किशोर कुणाल की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की। शहीद किशोर कुणाल के पिता जगदीश ठाकुर और मां ने भी अपने पुत्र को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
आईजी निश्चित कुमार उज्जवल ने कहा, "देश के युवाओं से मेरा अनुरोध है कि जो बलिदान जवानों ने, खासकर किशोर कुणाल जी ने, दिया है, उसे हम हमेशा याद रखें। देशभक्ति की भावना को अपने दिल में संजोएं। सर्वप्रथम देश को हमेशा प्राथमिकता दें।"
शहीद किशोर कुणाल के पिता जगदीश ठाकुर ने कहा कि देशभक्ति सबसे महत्वपूर्ण है। सभी को अपने कर्तव्यों का पालन श्रद्धा, निष्ठा और ईमानदारी के साथ करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति कहीं भी रहे, उसे देश के प्रति समर्पित रहना चाहिए। देश सबसे बड़ा है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि सभी में देशभक्ति की भावना हो, जिससे शांति कायम हो।
बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने भी कारगिल विजय दिवस पर शहीदों को नमन किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशां होगा। अपने अद्भुत पराक्रम से मां भारती के आत्मसम्मान की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले सभी अमर बलिदानियों को कारगिल विजय दिवस पर शत्-शत् नमन।"