क्या पटना में महागठबंधन की बैठक ने सीट बंटवारे के मुद्दे पर सभी दलों की दावेदारी को साकार किया?

सारांश
Key Takeaways
- महागठबंधन की बैठक में सीट बंटवारे पर महत्वपूर्ण चर्चा हुई।
- तेजस्वी यादव ने सभी दलों की दावेदारी जमा करने की जानकारी दी।
- बैठक में मतदाता पुनरीक्षण को प्रमुख मुद्दा माना गया।
- सरकार के पास कोई ठोस विजन नहीं है, यह बयान दिया गया।
- जल्द ही और बड़े ऐलान किए जाने की संभावना है।
पटना, 12 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में होने वाले आगामी चुनावों की तैयारियों को लेकर महागठबंधन ने कदम बढ़ा दिए हैं। शनिवार को महागठबंधन में शामिल सभी दलों के प्रमुख नेता तेजस्वी यादव के सरकारी आवास पर एक बैठक हुई।
इस बैठक में सभी घटक दलों के नेता एकत्र हुए और अपनी राय साझा की। तेजस्वी यादव की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में चुनावी मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया। बैठक के बाद तेजस्वी यादव ने बताया कि बैठक में सीट बंटवारे सहित कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के पास कोई ठोस विजन नहीं है। हम जो घोषणाएं कर रहे हैं, वही सरकार भी कर रही है। तेजस्वी ने आगे कहा कि हम जल्द ही और बड़े ऐलान करेंगे और गठबंधन के पास बिहार के लिए एक बड़ा विजन है।
उन्होंने बताया कि सीट शेयरिंग पर बातचीत प्रारंभ हो चुकी है और सभी दलों ने अपनी दावेदारी प्रस्तुत की है। अब अंतिम निर्णय जल्दी लिया जाएगा। बैठक के बाद विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने कहा कि यह बैठक लगभग छह घंटे तक चली, जिसमें सभी मुद्दों पर चर्चा हुई। उन्होंने यह भी कहा कि सभी बातें जल्द स्पष्ट होंगी।
उन्होंने यह भी बताया कि यदि महागठबंधन सरकार बनाता है, तो उनका उप मुख्यमंत्री बनना निश्चित है। साथ ही, उन्होंने मतदाता पुनरीक्षण को प्रमुख मुद्दा बताया। लोकतंत्र में जनता ही मालिक है; वे तय करते हैं कि किसकी सरकार बनेगी, लेकिन आज जनता से पूछा जा रहा है कि क्या वे भारत के नागरिक हैं। उन्होंने कहा कि बिना किसी पहचान पत्र के ही फॉर्म भरे जा रहे हैं, और जमा करने वालों को कोई रिसीविंग नहीं दी जा रही है। ऐसे में अगर मतदाताओं के पास कोई प्रमाण नहीं है कि उन्होंने फॉर्म जमा किया है तो स्थिति चिंताजनक है।