क्या पाकिस्तान आतंक फैलाना जारी रखेगा, तो अच्छे संबंध संभव नहीं? : पवन बंसल

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क्या पाकिस्तान आतंक फैलाना जारी रखेगा, तो अच्छे संबंध संभव नहीं? : पवन बंसल

सारांश

कांग्रेस नेता पवन बंसल ने पाकिस्तान की भारत विरोधी सोच को लेकर गंभीर चिंताएं व्यक्त की हैं। उन्होंने कहा कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद फैलाता रहेगा, तब तक अच्छे संबंध स्थापित नहीं हो सकते। बंसल के विचारों में यह स्पष्ट है कि दोनों देशों के बीच शांति का मार्ग कठिन है।

Key Takeaways

  • पाकिस्तान की आतंकवादी गतिविधियों का भारत के साथ संबंधों पर गंभीर प्रभाव है।
  • बंसल ने राहुल गांधी के वोट चोरी के आरोपों का समर्थन किया।
  • अमेरिकी एच-1बी वीजा नीति में बदलाव से भारतीय युवाओं को नुकसान हो सकता है।
  • बातचीत के बावजूद, पाकिस्तान की सोच में कोई बदलाव नहीं आया है।
  • बंसल का मानना है कि कृषि क्षेत्र में समझौते से नुकसान होगा।

चंडीगढ़, 21 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस नेता पवन कुमार बंसल ने पाकिस्तान की भारत विरोधी सोच को अच्छे रिश्तों में बाधा बताया। उन्होंने कहा कि हम हमेशा यही चाहते हैं कि संबंध होने चाहिए, लेकिन पाकिस्तान ने कभी भारत की भावनाओं का सम्मान नहीं किया है।

कांग्रेस नेता पवन बंसल ने भारत और पाकिस्तान के संबंधों पर राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "हम हमेशा यही चाहते हैं कि संबंध होने चाहिए, लेकिन पाकिस्तान ने कभी भारत की भावनाओं का सम्मान नहीं किया या उसे समझा नहीं। उसने लगातार हमारे देश में आतंकवाद और अशांति को बढ़ावा दिया है, हिंसा और आतंक फैलाने की कोशिश की है। जब तक यह चलता रहेगा, अच्छे संबंध नहीं हो सकते। मैं वहां गया हूं और मैं यह कह सकता हूं कि बातचीत हुई है, दोनों तरफ के लोग शांति चाहते होंगे, लेकिन पाकिस्तान की सरकार और सिस्टम तैयार नहीं दिखते। उनका रवैया भारत विरोधी सोच से प्रेरित है। इसलिए अच्छे संबंध शायद कभी पूरी तरह से नहीं बन पाएंगे।"

कांग्रेस नेता पवन कुमार बंसल ने 'वोट चोरी' के आरोपों पर कहा, "राहुल गांधी ने सही कहा है कि जो सरकार लोगों के वोट के बिना सत्ता में आती है, वह इन मुद्दों को नहीं सुलझाएगी। अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस और 17 दिन की बिहार यात्रा के दौरान उन्होंने बार-बार इन मुद्दों को उठाया, लेकिन वे नहीं सुलझे। मुझे लगता है कि इन मुद्दों का हल कभी नहीं निकल पाएगा, क्योंकि सरकार को इसकी परवाह नहीं है।"

उन्होंने कहा, "आप हर जगह निगरानी नहीं कर सकते, यह बहुत मुश्किल है। लेकिन जो ऐसा करता है, उसकी अपनी सोच और तरीका होता है, वे तय करते हैं कि कहां कार्रवाई करनी है। हम 543 सीटों की निगरानी करने का दावा नहीं करते। वे 100-150 सीटों पर ध्यान देते हैं, जहां मुकाबला करीबी होता है, जहां नतीजे किसी भी तरफ जा सकते हैं। वे उन सीटों के बारे में नहीं सोचते जो पक्की जीत या पक्की हार वाली होती हैं। वे वहां ध्यान देते हैं, जहां उनका दखल बदलाव ला सकता है।"

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने अमेरिका द्वारा एच-1बी वीजा की शर्तों में बदलावों पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "इससे पहले अमेरिका खुद युवाओं को बुलाता रहा है कि आकर हमारी अर्थव्यवस्था को मजबूत करें, लेकिन अब वो उलट काम करने लगे हैं। ट्रंप ने जो फैसला लिया, उसके बाद वहां लोग कम जाएंगे। अमेरिका में ज्यादा स्किल्ड लोग नहीं होते, इसका शायद नुकसान अमेरिका को होगा। इसके रेट बढ़ने से युवाओं को मुश्किल हो जाएगा। इस फैसले से अमेरिका को ही ज्यादा नुकसान होगा, क्योंकि 70 प्रतिशत से ज्यादा एच-1बी वीजा भारत से जाते हैं।"

बंसल ने ट्रंप की दोहरी नीति पर कटाक्ष करते हुए कहा, "आज के समय में ट्रंप कुछ भी कह देते हैं। वे पीएम मोदी को अच्छा दोस्त बताते हैं, लेकिन उसके उलट फैसला ले लेते हैं। मैं मानता हूं कि कृषि क्षेत्र के साथ कोई समझौता नहीं होना चाहिए। अमेरिका सब्सिडी बहुत ज्यादा दे रहा है, अगर वो यहां आए तो नुकसान होगा। अमेरिका से बातचीत होनी चाहिए, लेकिन हमें दबना नहीं चाहिए।"

Point of View

पवन बंसल की बातें एक गंभीर स्थिति को दर्शाती हैं। भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में जटिलताएं हैं, और जब तक आतंकवाद का मुद्दा सुलझ नहीं जाता, तब तक शांति की कोई उम्मीद नहीं। हमें इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है।
NationPress
06/11/2025

Frequently Asked Questions

पवन बंसल ने पाकिस्तान के बारे में क्या कहा?
पवन बंसल ने कहा कि पाकिस्तान की भारत विरोधी सोच अच्छे संबंधों में बाधा है और जब तक यह जारी रहेगा, तब तक अच्छे संबंध असंभव हैं।
बंसल ने वोट चोरी के आरोपों पर क्या प्रतिक्रिया दी?
उन्होंने कहा कि जो सरकार लोगों के वोट के बिना सत्ता में आती है, वह समस्याओं का समाधान नहीं कर सकती।
पाकिस्तान और भारत के संबंधों में क्या समस्या है?
पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद का समर्थन और भारत की भावनाओं का सम्मान न करना मुख्य समस्याएं हैं।