क्या पवन सिंह और ज्योति सिंह के विवाद के पीछे राजनीतिक साजिश है?

सारांश
Key Takeaways
- पवन सिंह और ज्योति सिंह के बीच विवाद की जड़ें तलाक और भरण-पोषण के मामले में हैं।
- सुभाष सिंह का कहना है कि यह एक राजनीतिक साजिश है।
- सोशल मीडिया का उपयोग कर विवाद को बढ़ावा दिया जा रहा है।
- पवन सिंह का राजनीतिक करियर भविष्य में मजबूत हो सकता है।
- लोगों को इस प्रकार की साजिशों के प्रति सावधान रहना चाहिए।
लखनऊ, 7 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भोजपुरी अभिनेता और गायक पवन सिंह और उनकी पत्नी ज्योति सिंह के बीच का विवाद समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा है। पवन सिंह के बचपन के दोस्त सुभाष सिंह ने इसे एक राजनीतिक साजिश बताया है। उन्होंने कहा कि यह सब पवन सिंह को बदनाम करने के लिए किया जा रहा है।
सुभाष सिंह ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "सबसे अधिक दुख की बात यह है कि आरा कोर्ट में चल रहा तलाक का एक निजी मामला और बलिया कोर्ट में ज्योति सिंह द्वारा दायर भरण-पोषण का मामला कानूनी प्रक्रिया से परे जाकर इंस्टाग्राम, फेसबुक, एक्स और यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सार्वजनिक किया गया।"
उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग भोजपुरी फिल्म उद्योग में पवन सिंह के साथ नहीं आ पा रहे हैं, वे उनकी छवि को धूमिल करने के लिए राजनीतिक साजिश रच रहे हैं। लोगों को यह नहीं पता कि इससे कोई परिणाम नहीं होगा। पवन सिंह पर कोई असर नहीं पड़ेगा। पवन सिंह आने वाले समय में भोजपुरी फिल्म उद्योग में और ऊंचाई पर जाएंगे।
सुभाष सिंह ने कहा कि लोगों को डर है कि कहीं वह बिहार की राजनीति में पूरी तरह से न आ जाएं। इससे कुछ लोगों की राजनीतिक स्थिति खतरे में पड़ सकती है। इस कारण से लोग ज्योति सिंह को आगे करके पवन सिंह पर निशाना साधने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यह पूरा मामला तब उठाया जा रहा है, जब पवन बिहार की राजनीति में कदम रखने वाले हैं। इससे यह स्पष्ट है कि लोग ऐसा क्यों कर रहे हैं। पहले ये लोग कहां थे? क्यों सामने नहीं आए थे?
सुभाष ने ज्योति सिंह पर भी निशाना साधते हुए कहा, "आप पहले क्यों नहीं आईं, जबकि आपको पता था कि पवन सिंह कहां रहते हैं और क्या कर रहे हैं? आप लोगों के बहकावे में मत आइए।"