क्या बिहार के पीरपैंती में बिजली उत्पादन संयंत्र से प्रदेश की प्रगति के नए द्वार खुलेंगे?

सारांश
Key Takeaways
- पीरपैंती में 2400 मेगावाट बिजली संयंत्र का शिलान्यास
- प्रोजेक्ट से नए रोजगार के अवसर
- बिहार की प्रगति में एक नया अध्याय
- तीन साल में पहली यूनिट का संचालन
- स्थानीय विकास और आर्थिक स्थिरता
भागलपुर, 15 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को बिहार के भागलपुर के पीरपैंती में 2400 मेगावाट बिजली उत्पादन संयंत्र का वर्चुअल रूप से शिलान्यास किया। बिहार सरकार में ऊर्जा विभाग के सचिव मनोज कुमार सिंह ने कहा कि इस प्रोजेक्ट से प्रदेश की प्रगति के नए द्वार खुलेंगे।
ऊर्जा विभाग के सीएमडी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि पीरपैंती में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2400 मेगावाट थर्मल पावर प्लांट का शिलान्यास किया है। यह न केवल इस क्षेत्र के लिए, बल्कि पूरे राज्य के लिए निवेश की दृष्टि से सबसे बड़ा प्रोजेक्ट है। इससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से हजारों रोजगार के अवसर पैदा होंगे। हमारा लक्ष्य है कि पहली यूनिट तीन साल के भीतर शुरू हो जाए।
भागलपुर में कहलगांव से भाजपा विधायक पवन यादव ने पीएम मोदी के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा कि जो वादा अपने बुजुर्गों से किया था, पीएम साहब ने उसे पूरा कर दिया है। पवन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने इस ताप विद्युत संयंत्र को दिया है। साथ ही कई अन्य योजनाओं को भी मंजूरी दी गई है और ये जल्द ही चालू हो जाएंगी। अब यहाँ के युवाओं और मजदूरों को दूर जाकर नौकरी करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। लोग यहीं काम करेंगे और अपने परिवार के साथ रहेंगे।
एक स्थानीय निवासी ने कहा कि मुझे 100 प्रतिशत विश्वास है कि प्रधानमंत्री मोदी जो भी कहते हैं, उसे पूरा करते हैं। जो समय लगता है, वह कानूनी प्रक्रिया के तहत होता है। पीरपैंती में थर्मल पावर प्लांट का शिलान्यास बिहार के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
एक अन्य स्थानीय व्यक्ति ने कहा कि आज पीएम ने पीरपैंती में 2400 मेगावाट थर्मल पावर प्लांट की सौगात दी है, यह अद्भुत है। इससे यहाँ के लोगों के जीवन में बदलाव आएगा और आर्थिक स्थिरता आएगी।