क्या केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने आईआईएफटी के दीक्षांत समारोह में युवाओं को देश की बड़ी ताकत बताया?

सारांश
Key Takeaways
- युवा भारत की सबसे बड़ी ताकत हैं।
- दीक्षांत का दिन जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ है।
- आईआईएफटी के छात्र अंतरराष्ट्रीय व्यापार में सफल हो सकते हैं।
- साहस और लचीलापन आवश्यक हैं।
- महान पुरस्कार मेहनत के बाद मिलते हैं।
नई दिल्ली, 10 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को आईआईएफटी (भारतीय विदेश व्यापार संस्थान) के 2025 बैच के दीक्षांत समारोह में छात्रों को संबोधित किया। उन्होंने अपने भाषण में छात्रों को बधाई देते हुए इस दिन को गौरव, उत्सव और आत्मचिंतन का दिन बताया।
पीयूष गोयल ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर अपने संबोधन का एक वीडियो साझा करते हुए लिखा कि युवा ही भारत की सबसे बड़ी ताकत हैं।
उन्होंने कहा, "दीक्षांत का दिन एक छात्र के जीवन का सबसे खूबसूरत पल होता है। यह सिर्फ स्कूल या कॉलेज की पढ़ाई से बाहर निकलने का समय नहीं है, बल्कि यह वह समय होता है जब आप वास्तविक दुनिया में कदम रखते हैं। अब आप किताबों और सिद्धांतों से निकलकर जीवन की व्यावहारिक चुनौतियों का सामना करेंगे।"
गोयल ने 2025 बैच को एक विशेष बैच बताया, जो एक ऐसे दौर में स्नातक हो रहा है जिसे दुनिया में वीयूसीए (अस्थिरता, अनिश्चितता, जटिलता और अस्पष्टता) समय कहा जाता है।
उन्होंने कहा, "आप भारत की वह शक्ति हैं जो इन सभी जटिलताओं का साहस, दृष्टि, लचीलापन और उत्कृष्टता की भावना से सामना करेगी। आपका साहस, आपकी दृढ़ता, आपकी कार्यकुशलता और विकसित भारत 2047 का सपना, ये सब आपको एक असाधारण नेतृत्वकर्ता बनाएगा।"
गोयल ने आईआईएफटी के महत्व के बारे में बात करते हुए कहा कि इस संस्थान से निकले छात्र अंतरराष्ट्रीय व्यापार और वाणिज्य के क्षेत्र में दुनिया भर में प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं।
उन्होंने 709 स्नातक छात्रों को हार्दिक बधाई दी और कहा कि जिन छात्रों को सम्मान और पुरस्कार मिले हैं, वे वास्तव में प्रेरणा स्रोत हैं।
उन्होंने कहा, "आज कोई यह नहीं पूछता कि मुझे पढ़ाई के दौरान कोई पुरस्कार मिला था या नहीं। असली पुरस्कार तो आपकी मेहनत, काबिलियत और सफलता के रूप में जीवन में आपका इंतजार कर रहा है। आज नहीं तो कल, आप सभी जीवन में बड़े पुरस्कारों के हकदार हैं।"