क्या केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने सिंगापुर निवेशकों को भारत के अवसरों के बारे में बताया?

सारांश
Key Takeaways
- भारत में निवेश के लिए अनेक अवसर हैं।
- भारत-सिंगापुर के बीच व्यापारिक संबंध मजबूत हो रहे हैं।
- सस्टेनेबल विकास में नए अवसरों की खोज जारी है।
- नवीकरणीय ऊर्जा में भारत की उपलब्धियाँ उल्लेखनीय हैं।
- द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों को और मजबूत करने की आवश्यकता है।
नई दिल्ली, 4 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को कहा कि सिंगापुर में स्थित निवेशकों के लिए भारत विभिन्न क्षेत्रों में विशाल अवसर प्रदान करता है।
केंद्रीय मंत्री गोयल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी साझा करते हुए बताया कि उन्होंने सिंगापुर की विदेश मामलों और उद्योग मंत्री गन सियो हुआंग के साथ 'इंडिया-सिंगापुर@60: पार्टनरशिप फॉर ग्रोथ एंड इनोवेशन' व्यापार सत्र को संबोधित किया और दोनों देशों के बीच बेहतर सहयोग तथा बीटूबी अवसरों पर जोर दिया।
गोयल ने संतुलित, समावेशी और भविष्य के लिए तैयार आर्थिक साझेदारी के लिए भारत-सिंगापुर व्यापार और निवेश संबंधों को मजबूत करने पर भी बल दिया।
उन्होंने कहा, "हम इंडिया-सिंगापुर बिजनेस राउंडटेबल द्वारा आरंभ की गई विभिन्न पहलों को आगे बढ़ाने के लिए मिलकर कार्य करने का विचार कर रहे हैं।"
केंद्रीय मंत्री ने कहा, "भारत में तेजी से आर्थिक विकास हो रहा है, और मैं आप सभी से निवेदन करता हूं कि आप भारत द्वारा प्रस्तुत अवसरों के पैमाने पर ध्यान दें।"
वाणिज्य मंत्री ने सेम्बकॉर्प के ग्रुप प्रेसिडेंट और सीईओ किम यिन वोंग के साथ भी बैठक की। उन्होंने नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में भारत की महत्वाकांक्षी उपलब्धियों पर चर्चा की।
इससे पहले शुक्रवार को, एक आधिकारिक बयान में, केंद्रीय मंत्री गोयल ने सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग के साथ व्यापार और निवेश संबंधों को मजबूत करने, नवाचार और डिजिटल कनेक्टिविटी में सहयोग बढ़ाने और भारत तथा सिंगापुर के बीच सतत विकास में नए अवसरों की खोज पर चर्चा की।
केंद्रीय मंत्री गोयल भारत और सिंगापुर के बीच द्विपक्षीय आर्थिक और व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने के लिए सिंगापुर की तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर हैं।
यह यात्रा भारत के मजबूत विकास पथ, निवेश-आधारित सुधारों के प्रति प्रतिबद्धता और मैन्युफैक्चरिंग, अवसंरचना, वित्तीय सेवाओं और हरित अर्थव्यवस्था में वैश्विक भागीदारों के लिए उपलब्ध विशाल अवसरों पर प्रकाश डालती है।
इस यात्रा का एक प्रमुख आकर्षण मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश पर व्यापार राउंडटेबल था, जिसमें एमचैम, यूरोचैम, जर्मन चैंबर ऑफ इंडस्ट्री एंड कॉमर्स और अन्य व्यापारिक नेताओं ने भाग लिया।