क्या पीएम धन धान्य कृषि योजना किसानों के लिए नई उम्मीद लेकर आई है?

सारांश
Key Takeaways
- पीएम धन धान्य कृषि योजना का शुभारंभ किसानों के लिए एक नई शुरुआत है।
- किसानों को ई-खरीद पोर्टल के माध्यम से सीधे लाभ पहुंचेगा।
- इस योजना के तहत 11,440 करोड़ रुपये का खर्च होगा।
- किसानों की आय में सुधार के लिए यह योजना महत्वपूर्ण है।
- दलहन आत्मनिर्भरता मिशन का भी शुभारंभ हुआ है।
पंचकूला, 11 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। कृषि क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को किसानों के लिए एक नई योजना की घोषणा की है। उन्होंने 35,440 रुपये की लागत वाली 'पीएम धन धान्य कृषि योजना' का शुभारंभ किया है। इसके साथ ही दलहन आत्मनिर्भरता मिशन का भी आगाज किया गया है।
इस योजना का शुभारंभ पंचकूला के सेक्टर 5 इंद्रधनुष ऑडिटोरियम में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान हुआ, जिसमें हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने किसानों के खातों में सीधे पैसे पहुंचने और उनकी आय में वृद्धि पर चर्चा की।
कार्यक्रम की शुरुआत हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने दीप प्रज्वलित कर की, और इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बडौली, मंत्री अविन्द शर्मा, मंत्री महिपाल ढांडा और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता भी उपस्थित रहे। पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यक्रम में शामिल होकर लोगों से संवाद किया।
किसानों के लाभ के बारे में चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा, "किसानों के खातों में सीधे लाभ पहुंचाने के लिए ई-खरीद पोर्टल के माध्यम से पिछले 10 सीज़न में लगभग 12 लाख किसानों के खातों में एमएसपी का सीधा पैसा भेजा गया है। किसान भाइयों के खाते में 1 लाख 48 करोड़ रुपया पहुंचा है।"
उन्होंने आगे कहा, "हम सभी जानते हैं कि पहले जब किसान अपनी फसल बेचने जाता था, तब उसे तुरंत पैसा नहीं मिलता था, लेकिन 2014 के बाद, पीएम नरेंद्र मोदी ने ई-खरीद पोर्टल के जरिए सीधे किसानों के खातों में पैसे पहुंचाने की प्रक्रिया शुरू की। अब मंडी में फसल डालने के 48 घंटे के भीतर भुगतान सीधे उनके खाते में आ जाता है।"
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने दलहन आत्मनिर्भरता मिशन की भी शुरुआत की है, जिसमें 11,440 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। इस परियोजना का उद्देश्य दालों की उत्पादकता में सुधार, उनकी एमआरपी और भंडारण की व्यवस्था को सुदृढ़ करना है, ताकि किसान दालों की खेती के लिए प्रेरित हों।
पीएम मोदी ने पूसा में 'पीएम धन धान्य कृषि योजना' का शुभारंभ करते हुए कहा कि हमारे किसान भाई-बहन कड़ी मेहनत करते हैं लेकिन उन्हें उचित मूल्य नहीं मिलता। मैं यह दावे के साथ कह सकता हूं कि जब गांव में कृषि की स्थिति सुधरेगी, तो उस गांव की आर्थिक व्यवस्था भी बेहतर होगी।