क्या वाणिज्य सचिव राजेश अग्रवाल भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों पर अपडेट देंगे?
सारांश
Key Takeaways
- भारत और अमेरिका के बीच व्यापार संबंधों में प्रगति।
- वाणिज्य सचिव राजेश अग्रवाल का महत्वपूर्ण अपडेट।
- समझौते में किसानों और श्रमिकों के हितों का ध्यान रखा जाएगा।
- बैठक का समय और स्थान निश्चित।
- अमेरिका से सकारात्मक संकेत और सहयोग की संभावना।
नई दिल्ली, 27 नवंबर (राष्ट्र प्रेस) । भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते की चर्चाओं के मध्य, वाणिज्य सचिव राजेश अग्रवाल गुरुवार को भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता की प्रगति पर अपडेट देने के लिए संसद की स्थायी समिति के समक्ष समर्पित होंगे।
सूत्रों के अनुसार, यह बैठक पार्लियामेंट भवन के उपभवन में दोपहर 2:30 बजे आयोजित की जाएगी, जहाँ सीनियर अधिकारियों द्वारा दिए गए इनपुट के आधार पर पैनल भारत-यूएसए व्यापार संबंधों का मूल्यांकन करेगा।
यह बैठक ऐसे समय पर आयोजित की जा रही है जब भारत और अमेरिका प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते की पहली ट्रेंच पर हस्ताक्षर करने के निकट हैं। इस महीने की शुरुआत में वाणिज्य सचिव ने बताया था कि दोनों पक्ष प्रारंभिक चरण में समापन के करीब हैं।
उन्होंने यह भी कहा था कि नियमित वर्चुअल राउंड्स के साथ बातचीत तेजी से आगे बढ़ रही है, हालांकि समझौते के लिए कोई निश्चित समय-सीमा अभी तक निर्धारित नहीं की गई है।
अमेरिका से सकारात्मक संकेतों ने भी उम्मीदों को बढ़ा दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में भारत के साथ संबंधों को मजबूत करने की इच्छा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के साथ उनकी बातचीत अच्छी चल रही है और भारत पर से टैरिफ कम होने का संकेत भी दिया।
एक अन्य कार्यक्रम में राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि दोनों देश एक समझौते के काफी करीब हैं जो सभी पक्षों के लिए लाभकारी होगा, जिससे द्विपक्षीय व्यापार समझौते के संभावित हस्ताक्षर के लिए उत्साह बढ़ गया है।
इसी बीच, केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने स्पष्ट किया है कि भारत एक निष्पक्ष और संतुलित व्यापार समझौते की आकांक्षा रखता है, लेकिन किसानों, डेयरी क्षेत्र और श्रमिकों जैसे महत्वपूर्ण घरेलू हितों पर समझौता नहीं करेगा।
उन्होंने कहा कि सरकार सभी संभावनाओं के लिए तैयार है और समझौते का समय दोनों पक्षों की तैयारियों पर निर्भर करेगा। भारत ने पहले ही अमेरिका के साथ ऊर्जा आयात बढ़ाकर अपना व्यापार अधिशेष घटाने के उपाय किए हैं।