क्या सर्दियों में समस्याओं का समाधान घी-गुड़ है? चेहरे पर निखार और ऊर्जा भी मिले!
सारांश
Key Takeaways
- घी-गुड़ का सेवन सर्दियों में स्वास्थ्य समस्याओं से राहत दिलाता है।
- यह इम्युनिटी को बढ़ाता है और शरीर को गर्म रखता है।
- सर्दियों में त्वचा को निखारने के लिए लाभकारी।
- डायबिटीज के मरीजों को डॉक्टर की सलाह पर सेवन करें।
- सुबह खाली पेट या रात को सोने से पहले लें।
नई दिल्ली, 27 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। ठंड का मौसम अपने साथ कई समस्याएं लेकर आता है, जैसे सर्दी-जुकाम, जोड़ों में दर्द, त्वचा का रूखापन और कमजोरी। लेकिन इनका उपचार घी-गुड़ का कॉम्बिनेशन है।
भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के अनुसार, घी-गुड़ का सेवन सर्दियों में होने वाली समस्याओं का एक प्राकृतिक इलाज है। यह पुराना नुस्खा शरीर को अंदर से गर्म रखता है, रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और सर्दियों में होने वाली अधिकांश परेशानियों से बचाता है।
आयुर्वेद में घी-गुड़ के कई फायदे बताए गए हैं। इसके नियमित सेवन से पाचन तंत्र मजबूत होता है, कब्ज दूर रहती है और पेट साफ रहता है। इम्युनिटी बढ़ती है, जिससे सर्दी-खांसी और संक्रमण से शरीर सुरक्षित रहता है। कफ और बलगम की समस्या कम होती है, गले की खराश में राहत मिलती है। रक्त साफ होता है, जिससे चेहरे पर प्राकृतिक निखार आता है और त्वचा रूखी नहीं पड़ती। फेफड़े और हृदय का डिटॉक्स होता है, जिससे सांस की तकलीफ कम होती है।
यह नुस्खा माइग्रेन और सिरदर्द के मरीजों के लिए भी लाभकारी है। हड्डियों और जोड़ों को कैल्शियम और मिनरल्स मिलते हैं। शरीर का तापमान संतुलित रहता है, जिससे ठंड कम लगती है।
गुड़ में आयरन और घी में हेल्दी फैट होने से तुरंत ऊर्जा मिलती है और थकान दूर होती है।
अब प्रश्न यह है कि इसका सेवन रोजाना कितना करना चाहिए? आयुर्वेदाचार्य बताते हैं कि सुबह खाली पेट या रात को सोने से पहले 1 छोटा चम्मच देसी घी और 5 से 10 ग्राम गुड़ मिलाकर खाना चाहिए। चाहें तो गुड़ को घी में गर्म करके या सीधे दोनों को साथ में खा सकते हैं।
यह सरल सा नुस्खा सर्दियों में शरीर को गर्म, मजबूत और संतुलित बनाता है। हालांकि, डायबिटीज के मरीजों को डॉक्टर की सलाह पर ही इसका सेवन करना चाहिए।