क्या वाराणसी में डीएम-कमिश्नर ने डोर-टू-डोर अभियान चलाकर वोटर लिस्ट में सुधार किया?

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क्या वाराणसी में डीएम-कमिश्नर ने डोर-टू-डोर अभियान चलाकर वोटर लिस्ट में सुधार किया?

सारांश

वाराणसी में अधिकारियों द्वारा चलाए गए डोर-टू-डोर अभियान के अंतर्गत मतदाता सूची के पुनरीक्षण और कूड़ा कलेक्शन की जांच की गई। इस अभियान में जिला मजिस्ट्रेट और म्युनिसिपल कमिश्नर ने सक्रियता दिखाई। जानें किस प्रकार से यह अभियान वाराणसी के लोगों को प्रभावित कर रहा है।

Key Takeaways

  • मतदाता सूची का पुनरीक्षण आवश्यक है।
  • डोर-टू-डोर अभियान से जागरूकता बढ़ रही है।
  • स्वच्छता पर जोर दिया जा रहा है।
  • स्थानीय प्रशासन जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहा है।
  • लोगों की समस्याओं का शीघ्र समाधान किया जाएगा।

वाराणसी, 27 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। वाराणसी में लोगों को जागरूक करने के लिए गुरुवार सुबह अधिकारियों ने एक विशेष अभियान का आयोजन किया। इस अभियान के तहत घर-घर जाकर लोगों को मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के बारे में जानकारी दी गई। इसके साथ ही स्वच्छता के नियमों का पालन करने और जनसुविधाओं का लाभ उठाने के लिए भी प्रेरित किया गया। इस अवसर पर जिला मजिस्ट्रेट सत्येंद्र कुमार और म्युनिसिपल कमिश्नर हिमांशु नागपाल उपस्थित रहे।

जिला मजिस्ट्रेट सत्येंद्र कुमार ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, "भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुसार एसआईआर की प्रक्रिया लागू की जा रही है। सभी मतदाताओं के घरों में गणना प्रपत्र वितरित किए जा रहे हैं, ताकि वे फॉर्म भर सकें। इसके बाद इन फॉर्मों को एकत्रित करके उनका डिजिटाइजेशन किया जा रहा है। बड़ी संख्या में शहरी वोटर्स ने फॉर्म वापस नहीं किए हैं, इसलिए हम उनके घर जाकर उनसे संपर्क कर रहे हैं और फॉर्म भरने में सहायता कर रहे हैं।"

उन्होंने आगे बताया, "हम लोगों को यह भी प्रेरित कर रहे हैं कि वे जल्द से जल्द फॉर्म भरें और अपने बीएलओ को उपलब्ध कराएं, ताकि डिजिटाइजेशन का काम संपन्न हो सके। नगर निगम की टीम भी हमारे साथ है, और सभी पार्षद व बीएलओ घर-घर जाकर मतदाताओं से संपर्क कर रहे हैं।"

म्युनिसिपल कमिश्नर हिमांशु नागपाल ने संवाददाताओं से कहा, "हम डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन और वार्डों की अन्य समस्याओं की जांच के लिए संबंधित अधिकारियों के साथ निरीक्षण कर रहे हैं। गुरुवार को हमें पहड़िया वार्ड में जाना था। हमारा उद्देश्य है कि जिले के सभी वार्डों में जाकर वहां की स्थिति का जायजा लें।"

उन्होंने कहा, "कई स्थानों से शिकायतें आई हैं कि डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन नहीं हो रहा है। कुछ क्षेत्रों में सफाई का अभाव है। इस संबंध में जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। शिकायतों का समाधान करने के लिए संबंधित अधिकारियों को 10 दिनों के भीतर कार्यवाही करने का निर्देश दिया गया है।"

Point of View

बल्कि यह स्थानीय प्रशासन की जवाबदेही को भी दर्शाता है। जागरूकता फैलाने से मतदान में वृद्धि हो सकती है और यह एक स्वस्थ लोकतंत्र की ओर कदम बढ़ाने का संकेत है।
NationPress
27/11/2025

Frequently Asked Questions

इस अभियान का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य मतदाता सूची के पुनरीक्षण और स्वच्छता को बढ़ावा देना है।
कौन से अधिकारी इस अभियान में शामिल थे?
इस अभियान में जिला मजिस्ट्रेट सत्येंद्र कुमार और म्युनिसिपल कमिश्नर हिमांशु नागपाल शामिल थे।
लोगों को किस प्रकार की सहायता दी जा रही है?
लोगों को फॉर्म भरने में सहायता प्रदान की जा रही है और उन्हें जल्दी से जल्दी अपने फॉर्म जमा करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
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