क्या असम के नामरूप में पीएम मोदी 21 दिसंबर को 11000 करोड़ रुपए की फर्टिलाइजर परियोजना का उद्घाटन करेंगे?

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क्या असम के नामरूप में पीएम मोदी 21 दिसंबर को 11000 करोड़ रुपए की फर्टिलाइजर परियोजना का उद्घाटन करेंगे?

सारांश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 दिसंबर को असम के नामरूप में 11,000 करोड़ रुपए की फर्टिलाइजर परियोजना का उद्घाटन करेंगे। यह परियोजना क्षेत्र में औद्योगिक आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण कदम है। इस अवसर पर असम के प्रमुख नेता भी उपस्थित रहेंगे।

Key Takeaways

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का असम दौरा
  • 11,000 करोड़ रुपए की फर्टिलाइज़र परियोजना
  • औद्योगिक आत्मनिर्भरता को बढ़ावा
  • स्थानीय रोजगार सृजन
  • असम का औद्योगिक विकास

डिब्रूगढ़, 20 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 दिसंबर को औद्योगिक शहर नम्रूप के ऐतिहासिक दौरे के लिए तैयार हैं, जहाँ वे 11,000 करोड़ रुपए की अमोनिया-यूरिया उर्वरक परियोजना का उद्घाटन करेंगे। शनिवार को गुवाहाटी के नेचर-थीम वाले एयरपोर्ट टर्मिनल का भव्य उद्घाटन करने के बाद, उनका यह कदम ऊपरी असम के दिल में औद्योगिक आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण संकेत है। इस अवसर पर उनके साथ असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य, मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल भी उपस्थित रहेंगे।

यह ऐतिहासिक परियोजना असम वैली फर्टिलाइज़र कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा विकसित की जा रही है और इसे क्षेत्र के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण औद्योगिक निवेशों में से एक माना जा रहा है। इस उद्यम में असम सरकार की सबसे बड़ी इक्विटी हिस्सेदारी 40 प्रतिशत है। यह महत्वाकांक्षी पहल नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड, ऑयल इंडिया लिमिटेड और ब्रह्मपुत्र वैली फर्टिलाइज़र कॉर्पोरेशन लिमिटेड जैसे प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र के कंपनियों के सहयोग से की जा रही है।

परियोजना के पूरा होने के बाद, इस कॉम्प्लेक्स में सालाना 12.7 लाख मीट्रिक टन यूरिया उत्पादन की क्षमता होगी। यह भारी उत्पादन पूर्वोत्तर राज्यों की उर्वरक की पूरी आवश्यकता को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिससे भारत के अन्य हिस्सों से आपूर्ति पर क्षेत्र की निर्भरता समाप्त हो जाएगी।

दौरे की तैयारियां बड़े पैमाने पर की गई हैं, और प्रधानमंत्री के आगमन के लिए एक नया अस्थायी हेलीपैड पहले ही सफलतापूर्वक परीक्षण किया जा चुका है। स्थानीय अधिकारी एक बड़ी सार्वजनिक सभा की तैयारी कर रहे हैं, जिसमें अनुमानित 1.24 लाख से अधिक लोग शामिल होंगे।

अपने कृषि लाभों के अलावा, यह 11,000 करोड़ रुपए की परियोजना एक प्रमुख आर्थिक उत्प्रेरक के रूप में कार्य करने की उम्मीद है, जिससे हजारों नौकरियां पैदा होंगी और असम के औद्योगिक ताने-बाने को मजबूती मिलेगी।

Point of View

देश के कृषि क्षेत्र में एक सकारात्मक परिवर्तन का संकेत है। यह विकास न केवल असम बल्कि पूरे पूर्वोत्तर भारत के लिए आर्थिक रूप से फायदेमंद होगा।
NationPress
20/12/2025

Frequently Asked Questions

इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य असम में उर्वरक उत्पादन को बढ़ावा देना और कृषि क्षेत्र को मजबूत बनाना है।
इस परियोजना से कितनी रोजगार संभावनाएँ पैदा होंगी?
इस परियोजना से हजारों नई नौकरियों के सृजन की उम्मीद है।
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