क्या प्रधानमंत्री मोदी 21 दिसंबर को असम में दो प्रमुख परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे?
सारांश
Key Takeaways
- पीएम मोदी 21 दिसंबर को असम में दो परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे।
- गुवाहाटी एयरपोर्ट और नामरूप फर्टिलाइज़र प्लांट का महत्व।
- इन परियोजनाओं से रोजगार और कृषि सहायता में वृद्धि होगी।
- निर्माण की अवधि तीन वर्ष है।
- प्रशासन ने तैयारियों में कोई कमी नहीं छोड़ी है।
गुवाहाटी, 10 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बुधवार को जानकारी दी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने आगामी दौरे में राज्य को दो महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स का उपहार देने वाले हैं। प्रशासन पीएम के दौरे की तैयारियों में कोई कमी नहीं छोड़ रहा है।
सीएम सरमा ने सोशल मीडिया पर लिखा, "प्रधानमंत्री की यात्रा सफल और बाधा रहित हो, यह सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। वह असम को दो प्रमुख पहलों- गुवाहाटी एयरपोर्ट और नामरूप अमोनिया-यूरिया प्लांट का तोहफा देने वाले हैं।"
पीएम मोदी 21 दिसंबर को नाहरकटिया जाएंगे और नामरूप फर्टिलाइज़र प्लांट में एक नई बड़ी यूरिया उत्पादन सुविधा की आधारशिला रखेंगे। यह प्रोजेक्ट क्षेत्र के औद्योगिक इकोसिस्टम और कृषि सहायता प्रणालियों को मजबूत करने की उम्मीद है।
प्रस्तावित यूनिट, जिसकी अनुमानित वार्षिक क्षमता 1.2 मिलियन मीट्रिक टन है, इसे हाल के दशकों में पूर्वोत्तर का सबसे महत्वपूर्ण उर्वरक इंफ्रास्ट्रक्चर अपग्रेड माना जा रहा है।
सरमा ने बताया कि इस प्रोजेक्ट के पूरा होने से न केवल घरेलू यूरिया की उपलब्धता बढ़ेगी, बल्कि बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे और असम में सहायक औद्योगिक नेटवर्क का विकास होगा।
असम सरकार ने कहा है कि निर्माण तीन साल के भीतर पूरा होने की उम्मीद है।
प्रधानमंत्री की यात्रा से पहले, मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम स्थल पर तैयारियों की समीक्षा की और सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण किया।
सरमा ने असम पुलिस, जिला प्रशासन और लॉजिस्टिक्स और इवेंट मैनेजमेंट के जिम्मेदार अधिकारियों के साथ बैठक की।
मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार के शीर्ष अधिकारियों के साथ एक बैठक भी की, ताकि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम से पहले समन्वय बनाए रखा जा सके।
प्रारंभिक कार्यक्रम के अनुसार, प्रधानमंत्री 21 दिसंबर को सुबह 10.30 बजे कार्यक्रम स्थल पर एक जनसभा को संबोधित कर सकते हैं, जहाँ वह नए उर्वरक प्रोजेक्ट के महत्व को उजागर करेंगे और पूर्वोत्तर में औद्योगिक और कृषि विकास को बढ़ावा देने पर केंद्र के फोकस पर चर्चा करेंगे।