क्या पीएम मोदी का आभार भुवनेश्वर बाईपास सड़क परियोजना के लिए धर्मेंद्र प्रधान ने व्यक्त किया?

सारांश
Key Takeaways
- ओडिशा में 6-लेन का एक्सेस-कंट्रोल्ड हाईवे बन रहा है।
- इसकी लागत लगभग 8,377 करोड़ रुपये है।
- यह परियोजना रोजगार के नए अवसर प्रदान करेगी।
- सामाजिक-आर्थिक विकास में मदद मिलेगी।
- भविष्य में ओडिशा के विकास को गति मिलेगी।
नई दिल्ली, 19 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट ने ओडिशा में 6-लेन की एक्सेस-कंट्रोल्ड कैपिटल रीजन रिंग रोड (भुवनेश्वर बाईपास - 110.875 किमी) के निर्माण को मंजूरी दी है।
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने केंद्रीय कैबिनेट के इस फैसले का स्वागत करते हुए पीएम मोदी का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, "मैं ओडिशा की जनता की ओर से प्रधानमंत्री मोदी का आभार व्यक्त करता हूं। यह बहुप्रतीक्षित कैपिटल रीजन रिंग रोड लगभग 8,377 करोड़ रुपये की लागत से 111 किलोमीटर लंबा छह लेन का सुपर हाईवे होगा। यह एक एक्सेस-कंट्रोल्ड हाईवे होगा। यह ओडिशा के पुनर्निर्माण, विकसित ओडिशा और विकसित भारत की दिशा में एक बहुत बड़ा कदम होगा।"
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि पूर्व में ओडिशा सरकार के सहयोग की कमी के कारण इसमें देरी हुई थी। वर्तमान में ओडिशा में भाजपा सरकार होने के कारण इसके विकास की गति तेज हुई है। डबल इंजन की सरकार डबल ताकत का इस्तेमाल कर रही है।
उन्होंने एसआईआर मुद्दे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि पार्टी अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों के वोट चाहती है।
धर्मेंद्र प्रधान ने सवाल उठाया कि "क्या बाहरी लोग हमारी जमीन और जंगलों पर अवैध कब्जा कर सकते हैं?" उनका मानना है कि एसआईआर का विरोध ओडिशा और भारत विरोधी है।
इस सड़क परियोजना को 8,307.74 करोड़ रुपए की लागत से हाइब्रिड एन्युइटी मोड (एचएएम) का उपयोग करके विकसित किया जाएगा। यह परियोजना लगभग 74.43 लाख पर्सन-डे प्रत्यक्ष और 93.04 लाख पर्सन-डे अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित करेगी और आसपास के क्षेत्रों में विकास के नए रास्ते खोलेगी।
यह परियोजना कटक, भुवनेश्वर और खोरधा शहरों से भारी वाणिज्यिक यातायात को हटाकर ओडिशा और अन्य पूर्वी राज्यों को महत्वपूर्ण लाभ प्रदान करेगी। इससे माल ढुलाई की दक्षता बढ़ेगी, लॉजिस्टिक्स लागत कम होगी और क्षेत्र में सामाजिक-आर्थिक विकास को गति मिलेगी।