क्या पीएम मोदी करेंगे मुंबई मेट्रो लाइन-3 और नवी मुंबई एयरपोर्ट का उद्घाटन?

सारांश
Key Takeaways
- पीएम मोदी का महाराष्ट्र दौरा विकास की नई संभावनाएं खोलेगा।
- मुंबई मेट्रो की लाइन-3 यातायात को आसान बनाएगी।
- नवी मुंबई एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी विशेष होगी।
- स्टेप स्किल प्रोग्राम महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में सहायक होगा।
- मुंबई वन मोबाइल ऐप से यात्रा और सुविधाजनक होगी।
मुंबई, 7 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी बुधवार को महाराष्ट्र का दो दिवसीय दौरा करेंगे, जिसमें वह अनेक महत्वपूर्ण परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। पीएम मोदी मुंबई मेट्रो की लाइन-3 (एक्वा लाइन) के अंतिम चरण और नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे। साथ ही, वह ब्रिटिश प्रधानमंत्री से भी मुलाकात करेंगे।
मुंबई मेट्रो की लाइन-3 (एक्वा लाइन) की कुल लागत 37,270 करोड़ रुपए है। यह मेट्रो लाइन 33.5 किमी लंबी है, जो कफ परेड से आरे जेवीएलआर तक फैली हुई है। इस रूट पर कुल 27 स्टेशन होंगे, जो मेट्रो मंत्रालय, मरीन ड्राइव, नरीमन पॉइंट और आरबीआई जैसे प्रमुख स्थानों को जोड़ेंगे।
अनुमान है कि इस मेट्रो लाइन पर प्रतिदिन 13 लाख से अधिक यात्री सफर कर सकेंगे। लाइन-3 नेहरू विज्ञान केंद्र, मुंबई सेंट्रल, कालबादेवी, हुतात्मा चौक, विधानभवन, महालक्ष्मी, चर्चगेट, सीएसएमटी, ग्रांट रोड, गिरगांव और कफ परेड स्टेशन से होकर गुजरेगी।
मेट्रो के किराए की बात करें तो 3 किलोमीटर तक की यात्रा का शुरुआती किराया 10 रुपए रखा गया है। 3 से 12 किलोमीटर के लिए 20 रुपए और 18 किलोमीटर के लिए 30 रुपए किराया देना होगा। मेट्रो का अधिकतम किराया 50-60 रुपए के बीच निर्धारित किया गया है।
इसके साथ ही, पीएम मोदी बुधवार को स्टेप स्किल प्रोग्राम की भी शुरुआत करेंगे, जिसका उद्देश्य गरीब और वंचित महिलाओं को कौशल सिखाना है। इस योजना का लाभ 16 वर्ष से ऊपर की महिलाएं उठा सकेंगी।
बुधवार को पीएम मोदी मुंबई वन मोबाइल ऐप भी लॉन्च करेंगे, जो 11 पब्लिक ट्रांसपोर्ट को एकत्रित करेगा और यात्रियों की यात्रा को सुविधाजनक बनाएगा। इस ऐप के माध्यम से मुंबई मेट्रो की लाइन 1, लोकल ट्रांसपोर्ट, और लोकल ट्रेन की टिकट बुक की जा सकेगी।
इसके अलावा, नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन भी पीएम मोदी बुधवार को दोपहर बाद करेंगे। यह एयरपोर्ट विशेष है, क्योंकि यहां से वॉटर टैक्सी के माध्यम से सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी और इसका निर्माण पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल के तहत किया गया है। यह देश का सबसे बड़ा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट होगा।