क्या साहसिक निर्णय और प्रभावी क्रियान्वयन पीएम मोदी की सबसे बड़ी ताकत हैं?

सारांश
Key Takeaways
- पीएम मोदी का नेतृत्व दूरदर्शिता और निर्णय लेने की क्षमता पर आधारित है।
- उन्होंने छोटे व्यवसायों के विकास पर जोर दिया है।
- कांग्रेस पर नकारात्मक माहौल फैलाने का आरोप लगाया गया है।
- बिहार में एनडीए की सरकार बनाने की उम्मीद है।
- ममता बनर्जी सरकार की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए गए हैं।
नई दिल्ली, 8 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना की। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री और भारत के प्रधानमंत्री के रूप में अपने 25 साल के नेतृत्व में देश को नई दिशा दी।
प्रवीण खंडेलवाल ने पीएम मोदी की दूरदर्शिता, निर्णय लेने की क्षमता और समावेशी विकास के प्रति प्रतिबद्धता की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह साहसिक निर्णय लेते हैं और उन्हें प्रभावी ढंग से क्रियान्वित करते हैं।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री दूरदर्शी, मेहनती हैं और उनमें साहसिक निर्णय लेने और उन्हें प्रभावी ढंग से लागू करने की अद्वितीय क्षमता है। पहले गुजरात के मुख्यमंत्री और अब देश के प्रधानमंत्री के रूप में, वे यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं कि छोटे व्यवसाय बढ़ें और सभी मिलकर आगे बढ़ें। वे वास्तव में राष्ट्र के लिए समर्पित एक संन्यासी की तरह जीवन जीते हैं।"
दिल्ली में हुई कांग्रेस केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कांग्रेस पर बिहार में नकारात्मक माहौल फैलाने का आरोप लगाया।
उनका कहना था, "चाहे वे कितनी भी चर्चा करें, बिहार की जनता कांग्रेस से नाखुश है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में एनडीए बिहार में स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार बनाएगा।"
बिहार में मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर इंडिया ब्लॉक में अंदरूनी कलह की खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रवीण खंडेलवाल ने गठबंधन को 'ठगबंधन' करार दिया। उन्होंने कहा, "ये अपनी सुविधानुसार जुड़ते और टूटते हैं। इस बार बिहार में इन्हें हार का सामना करना पड़ेगा।"
हिमाचल प्रदेश में हुए दुखद बस हादसे पर प्रवीण खंडेलवाल ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा, "यह बेहद दुखद घटना है। हिमाचल प्रदेश की सरकार ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं। जो भी इसमें दोषी होगा, उन लोगों को सजा मिलनी चाहिए।"
प्रवीण खंडेलवाल ने पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर बोलते हुए ममता बनर्जी सरकार पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री ममता बनर्जी समाज के केवल एक वर्ग की बात करती हैं और उनके हितों के लिए काम करती हैं। राजनीतिक हिंसा बढ़ गई है और हमारे नेताओं पर बेरहमी से हमले हुए हैं। ममता सरकार का अंत निकट है।"