क्या पीएम मोदी ने यूक्रेन युद्ध को लेकर इमैनुएल मैक्रों से चर्चा की?

सारांश
Key Takeaways
- पीएम मोदी और मैक्रों के बीच यूक्रेन युद्ध पर चर्चा हुई।
- दोनों नेताओं ने शांति की दिशा में कदम उठाने पर सहमति जताई।
- नई दिल्ली में एआई शिखर सम्मेलन की तैयारी की जा रही है।
- भारत-फ्रांस संबंधों को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता।
- 2026 में जी-7 और ब्रिक्स की अध्यक्षता की तैयारी में सहयोग।
नई दिल्ली, 21 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से भारतीय प्रधानमंत्री से बातचीत की जानकारी साझा की। यह उल्लेखनीय है कि फ्रांस के राष्ट्रपति ने अपनी पोस्ट हिंदी में लिखी।
उन्होंने बताया कि पीएम मोदी से टेलीफोन पर यूक्रेन युद्ध पर शांतिपूर्ण समाधान की चर्चा की गई।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि हम नई दिल्ली में आयोजित होने वाले एआई पर शिखर सम्मेलन की तैयारी में जुटे हैं।
उन्होंने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पीएम मोदी को टैग करते हुए लिखा, "मैंने अभी-अभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की है। हमने यूक्रेन में युद्ध पर अपनी स्थिति पर सहमति व्यक्त की ताकि यूक्रेन और यूरोप की सुरक्षा की मजबूत गारंटी के साथ न्यायपूर्ण और स्थायी शांति की दिशा में आगे बढ़ सकें। व्यापार के मुद्दों पर, हम सभी क्षेत्रों में अपने आर्थिक आदान-प्रदान और अपनी रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने पर सहमत हुए हैं, यही हमारी संप्रभुता और स्वतंत्रता की कुंजी है।"
उन्होंने आगे लिखा, "पिछले साल फरवरी में पेरिस में आयोजित एआई एक्शन समिट के बाद, हम 2026 में नई दिल्ली में आयोजित होने वाले एआई इम्पैक्ट समिट की सफलता के लिए काम कर रहे हैं। अधिक प्रभावी बहुपक्षवाद के लिए, हमने 2026 में जी-7 की फ्रांसीसी अध्यक्षता और ब्रिक्स की भारतीय अध्यक्षता की तैयारी में मिलकर काम करने पर सहमति दी है।"
इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी कि उन्होंने फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों से बातचीत की।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, "मेरे मित्र राष्ट्रपति मैक्रों के साथ बहुत अच्छी बातचीत हुई। हमने यूक्रेन और पश्चिम एशिया में संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान के प्रयासों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की हमारी प्रतिबद्धता दोहराई।"