क्या पीएम मोदी ने छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस पर तीजन बाई के परिवार और विनोद कुमार शुक्ल से बात की?
सारांश
Key Takeaways
- छत्तीसगढ़ का 25वां स्थापना दिवस मनाया गया।
- पीएम मोदी ने तीजन बाई और विनोद कुमार शुक्ल से संवाद किया।
- तीजन बाई को पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया है।
- राज्य के विकास में कला और संस्कृति का योगदान महत्वपूर्ण है।
- प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़वासियों के प्रति स्नेह प्रकट किया।
नई दिल्ली, 1 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। छत्तीसगढ़ के 25वें स्थापना दिवस पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेशवासियों को बधाई दी। पीएम मोदी ने छत्तीसगढ़ की प्रसिद्द लोक कलाकार पद्म विभूषण तीजन बाई के परिवार से बातचीत की और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी प्राप्त की। इसके अतिरिक्त, उन्होंने वरिष्ठ साहित्यकार और पद्म भूषण विनोद कुमार शुक्ल से भी चर्चा की और उनके स्वास्थ्य तथा कुशलक्षेम के बारे में पूछा।
छत्तीसगढ़ की पंडवानी कला की विशेषज्ञ तीजन बाई को पद्म विभूषण सम्मान प्राप्त है। तीजन बाई ने छत्तीसगढ़ की लोककला को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई है। उनकी कला ने न केवल छत्तीसगढ़, बल्कि पूरे देश की लोकसंस्कृति को गौरवान्वित किया है। प्रधानमंत्री ने उनके प्रति सम्मान प्रकट करते हुए उनके स्वास्थ्य के लिए चिंता व्यक्त की और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की शुभकामनाएं दी।
पीएम मोदी ने प्रसिद्ध लेखक विनोद कुमार शुक्ल के साथ भी संवाद किया, जो अपनी संवेदनशील लेखन शैली और गहन विचारों के लिए मशहूर हैं। प्रधानमंत्री ने उनके योगदान की सराहना की और उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेकर कहा कि ऐसे रचनाकार देश की सांस्कृतिक चेतना को सशक्त बनाते हैं।
यह संवाद छत्तीसगढ़ के स्थापना दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री के राज्य के कलाकारों के प्रति स्नेह और जुड़ाव का प्रतीक है।
इसी अवसर पर, पीएम मोदी ने 'एक्स' पर एक पोस्ट शेयर करते हुए छत्तीसगढ़वासियों को राज्य की 25वीं वर्षगांठ की शुभकामनाएं दीं।
उन्होंने आधिकारिक 'एक्स' पोस्ट में लिखा, "छत्तीसगढ़ के सभी भाई-बहनों को राज्य के स्थापना दिवस की 25वीं वर्षगांठ की अनेकानेक शुभकामनाएं। प्रकृति और संस्कृति को समर्पित यह प्रदेश आज प्रगति के नित-नए मानदंड गढ़ने में जुटा है। कभी नक्सलवाद से प्रभावित रहे यहां के कई इलाके आज विकास की प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। मुझे भरोसा है कि यहां के मेहनती और हुनरमंद लोगों की लगन और उद्यम से हमारा यह राज्य विकसित भारत के विजन को साकार करने में अहम भूमिका निभाएगा।"
छत्तीसगढ़ आज अपने 25 वर्षों की विकास यात्रा पर गर्व महसूस कर रहा है और प्रधानमंत्री का यह स्नेहपूर्ण संदेश राज्य के मेहनती लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया है।