क्या पीएम मोदी ने काशी दौरे में 'लोकल फॉर वोकल' पर जोर दिया?

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क्या पीएम मोदी ने काशी दौरे में 'लोकल फॉर वोकल' पर जोर दिया?

सारांश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के दौरे के दौरान 'लोकल फॉर वोकल' के महत्व पर जोर दिया, जिससे स्थानीय लोगों में आत्मनिर्भरता के प्रति उत्साह बढ़ा। उनके संदेश ने स्वदेशी उत्पादों को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक नई ऊर्जा दी। जानिए इस दौरे की खास बातें।

Key Takeaways

  • स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने से स्थानीय अर्थव्यवस्था में सुधार होगा।
  • आत्मनिर्भरता की भावना को प्रोत्साहित किया जाएगा।
  • स्थानीय उत्पादों की मांग बढ़ेगी, जिससे रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
  • पीएम मोदी का ‘लोकल फॉर वोकल’ अभियान हमारी संस्कृति को सहेजने में मदद करेगा।
  • इस मुहिम से विदेशी आयात पर निर्भरता कम होगी।

वाराणसी, 2 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे के दौरान वैश्विक आर्थिक अस्थिरता के बीच स्वदेशी वस्तुओं और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में आगे बढ़ने का आह्वान किया। उनके इस संदेश ने स्थानीय लोगों में उत्साह का संचार किया।

काशीवासियों ने पीएम के ‘लोकल फॉर वोकल’ के नारे को भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि वैश्विक आर्थिक चुनौतियों का सामना करने के लिए भारत को आत्मनिर्भर बनना होगा। उन्होंने स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने और स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने की अपील की। स्थानीय लोगों ने पीएम के इस संदेश का स्वागत किया।

वाराणसी के मनीष कुमार मौर्य ने कहा, "वाराणसी एक प्राचीन नगरी है। हमारे लिए गर्व की बात है कि देश के प्रधानमंत्री यहां के सांसद हैं और लोकल फॉर वोकल की बात करते हैं। जब पीएम स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने की बात करते हैं, तो यह हमारी संस्कृति और अर्थव्यवस्था दोनों को मजबूती देता है।"

इसी तरह स्थानीय व्यापारी प्रदीप कुमार गुप्ता ने कहा, "पीएम मोदी का लोकल फॉर वोकल का नारा सराहनीय है। अगर हम अपने उत्पादों को प्राथमिकता देंगे, तो हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। यह आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक बड़ा कदम है।"

उन्होंने कहा कि स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने से न सिर्फ स्थानीय कारीगरों को लाभ होगा, बल्कि विदेशी आयात पर निर्भरता भी कम होगी।

वहीं, हरि किशन सिंह ने कहा कि हमारा मसाला का व्यवसाय है। मैं खुद का मसाला बनाता और बेचता हूं। पीएम मोदी की इस मुहिम को हम समर्थन करते हैं।

ज्ञानेश कुमार गुप्ता ने कहा कि पीएम मोदी की लोकल फॉर वोकल मुहिम का बड़े पैमाने पर असर होगा। जो सामान बाहर से हम लेते हैं, अब उसे स्थानीय स्तर पर बनाने का काम करेंगे। जिससे स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन भी होगा और हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।

वहीं, वाराणसी की महादेव लाल पेड़ा भंडार की दुकान पर लोगों की भीड़ देखी गई। वहां मौजूद समीर सिंह ने कहा कि महादेव लाल पेड़ा भंडार वाराणसी की फेमस दुकान है। यह दुकान मेरे जन्म के पहले की है। यहां की मिठाई देश-विदेश में जाती रहती है। इसे कूरियर के माध्यम से भेजा जाता है। इस दुकान की मिठाई का प्रयोग महादेव के प्रसाद के रूप में होता है।

ऋषि सिंह ने कहा कि महादेव लाल पेड़ा भंडार दुकान 45 साल से है। पूरे वाराणसी में इसकी 6 ब्रांच खुल चुकी हैं। मैं साल 2005 में पहली बार वाराणसी आया था, तब से हम यहां का पेड़ा खा रहे हैं। यह सिर्फ वाराणसी में मिलता है और इसे हम व्रत में भी खा सकते हैं। इसका स्वाद भी अनोखा है और लोगों को काफी भाता है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि पीएम मोदी की 'लोकल फॉर वोकल' मुहिम भारतीय संस्कृति और अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देता है, बल्कि आत्मनिर्भरता की भावना को भी जागृत करता है।
NationPress
03/08/2025

Frequently Asked Questions

पीएम मोदी ने 'लोकल फॉर वोकल' का नारा क्यों दिया?
पीएम मोदी ने यह नारा स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने और आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ने के लिए दिया है।
इस मुहिम का स्थानीय लोगों पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
यह मुहिम स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित करेगी और उनकी अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगी।
'लोकल फॉर वोकल' के क्या लाभ हैं?
'लोकल फॉर वोकल' से स्वदेशी उत्पादों का उपयोग बढ़ेगा, जो स्थानीय कारीगरों और व्यवसायों को सशक्त करेगा।