क्या पीएम मोदी ने गंगाराम अस्पताल जाकर शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि दी?

सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मोदी ने शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि दी।
- हेमंत सोरेन से मुलाकात कर संवेदनाएं व्यक्त कीं।
- शिबू सोरेन का निधन झारखंड के लिए एक बड़ा नुकसान है।
- उनका पार्थिव शरीर रांची पहुंचने वाला है।
- राजकीय सम्मान के साथ अंतिम दर्शन की व्यवस्था की जाएगी।
नई दिल्ली, 4 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। पीएम मोदी सोमवार को दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल पहुंचे। इस दौरान उन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात कर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।
पीएम मोदी ने अस्पताल जाकर हेमंत सोरेन और उनके परिवार के सदस्यों से मिलकर शिबू सोरेन के निधन पर दुख जताते हुए संवेदना व्यक्त की।
प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि देने सर गंगाराम अस्पताल गया। इस दौरान उनके परिवार से भी मुलाकात हुई। मेरी संवेदनाएं हेमंत सोरेन, कल्पना सोरेन और शिबू सोरेन के सभी प्रशंसकों के साथ हैं।"
इससे पहले, पीएम मोदी ने शिबू सोरेन के निधन पर गहरा दुख जताया और फोन पर हेमंत सोरेन से बात कर संवेदना प्रकट की।
प्रधानमंत्री ने इस बातचीत की जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की।
पीएम मोदी ने पोस्ट में लिखा, "शिबू सोरेन एक जमीनी नेता थे, जिन्होंने जनता के प्रति अटूट समर्पण के साथ सार्वजनिक जीवन में ऊंचाइयों को छुआ। वे आदिवासी समुदायों, गरीबों और वंचितों के सशक्तिकरण के लिए विशेष रूप से समर्पित थे। उनके निधन से दुख हुआ। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बात की और संवेदना व्यक्त की।"
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन का सोमवार को निधन हो गया। वे पिछले कई दिनों से दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे। उनकी तबीयत लंबे समय से खराब चल रही थी और उन्हें किडनी से जुड़ी गंभीर समस्याओं के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
बता दें कि शिबू सोरेन का पार्थिव शरीर आज शाम लगभग 4.30 बजे रांची पहुंचेगा। झारखंड सरकार द्वारा राजकीय सम्मान के साथ उनके अंतिम दर्शन की व्यवस्था की जा रही है। हालांकि, अब तक यह तय नहीं हो पाया है कि उनका अंतिम संस्कार कहां और कब किया जाएगा।