क्या पीएम मोदी के तमिलनाडु दौरे में विकास की नई दिशा देखने को मिली?

सारांश
Key Takeaways
- तमिलनाडु में 4,800 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन
- बुनियादी ढांचे और ऊर्जा पर ध्यान केंद्रित
- काशी-तमिल संगमम जैसी सांस्कृतिक पहल
- भारत-यूके एफटीए से रोजगार सृजन के अवसर
- प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना की सफलता
नई दिल्ली, 26 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु के तूतीकोरिन में 4,800 करोड़ रुपए से अधिक की विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने तमिलनाडु के विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए कई महत्वपूर्ण बातें साझा की।
पीएम मोदी ने तमिलनाडु के लोगों को इन महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं के लिए बधाई देते हुए कहा कि बुनियादी ढांचा और ऊर्जा किसी भी राज्य के विकास की रीढ़ हैं। पिछले 11 वर्षों में ऊर्जा और बुनियादी ढांचे पर ध्यान केंद्रित करना हमारी तमिलनाडु के प्रति प्रतिबद्धता और समर्पण को दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि तमिलनाडु का विकास हमारी प्राथमिकता है। राज्य की प्रगति से संबंधित नीतियों को लगातार प्राथमिकता दी गई है। पिछले एक दशक में, केंद्र सरकार ने तमिलनाडु को यूपीए सरकार की तुलना में तीन गुना अधिक धनराशि आवंटित की है। आज हमने तमिलनाडु में दो प्रमुख सड़क परियोजनाओं का उद्घाटन किया है। लगभग 2,500 करोड़ रुपए की लागत से बनी इन सड़कें चेन्नई को दो महत्वपूर्ण विकास क्षेत्रों से जोड़ेंगी।
पीएम मोदी ने तमिलनाडु को वीरों की धरती बताते हुए कहा कि महाकवि सुब्रमण्यम भरतियार का जन्म भी इसी महान भूमि पर हुआ था। उनका न केवल थूथुकुडी से गहरा संबंध था, बल्कि मेरे संसदीय क्षेत्र काशी से भी उतना ही गहरा संबंध था। काशी-तमिल संगमम जैसी पहलों के माध्यम से हम अपनी साझा सांस्कृतिक विरासत को सुदृढ़ कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस भूमि ने ऐसे महान स्वतंत्रता सेनानियों को जन्म दिया, जिन्होंने एक स्वतंत्र और शक्तिशाली भारत की कल्पना की। इसी भूमि ने वीओ चिदंबरम पिल्लई जैसे दूरदर्शी लोगों को जन्म दिया, जिन्होंने औपनिवेशिक शासन के समय व्यापार की शक्ति को समझा और स्वदेशी जहाजों के जरिए अंग्रेजों को चुनौती दी।
बिल गेट्स के साथ मुलाकात का उल्लेख करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पिछले साल मैंने उन्हें थूथुकुडी के प्रसिद्ध मोती उपहार में दिए थे, और उन्होंने उन्हें बहुत पसंद किया। इस क्षेत्र के मोती कभी भारत की आर्थिक शक्ति का प्रतीक माने जाते थे।
पीएम मोदी ने 'ऑपरेशन सिंदूर' का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत सरकार का 'मेक इन इंडिया' और मैन्युफैक्चरिंग पर ध्यान केंद्रित है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान 'मेक इन इंडिया' की ताकत देखने को मिली है। आतंक के ठिकानों को मिट्टी में मिलाने में मेड इन इंडिया हथियारों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
उन्होंने भारत-यूके एफटीए का उल्लेख करते हुए कहा कि इस मुक्त व्यापार समझौते के बाद ब्रिटेन में बिकने वाले 99 प्रतिशत भारतीय उत्पाद कर-मुक्त हो जाएंगे। जब ब्रिटेन में भारतीय सामान सस्ता होगा, तो वहां उनकी मांग बढ़ेगी और भारत में उनके उत्पादन के और अवसर पैदा होंगे।
उन्होंने रोजगार सृजन पर चर्चा करते हुए कहा कि भारत-ब्रिटेन एफटीए से तमिलनाडु के युवाओं, हमारे लघु उद्योगों, एमएसएमई और स्टार्ट-अप्स को सबसे अधिक लाभ होगा। आज दुनिया भारत की प्रगति में अपनी प्रगति देख रही है। यह समझौता भारत की अर्थव्यवस्था को नई मजबूती देगा और हमें दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के मिशन को तेज करेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने बिजली क्षेत्र में किए गए व्यापक परिवर्तनों पर चर्चा करते हुए कहा कि मुझे खुशी है कि प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना तमिलनाडु में तेजी से आगे बढ़ रही है। अब तक सरकार को लगभग एक लाख आवेदन प्राप्त हुए हैं।