क्या प्रधानमंत्री मोदी और अन्य नेताओं ने आचार्य विनोबा भावे की जयंती पर श्रद्धांजलि दी?

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क्या प्रधानमंत्री मोदी और अन्य नेताओं ने आचार्य विनोबा भावे की जयंती पर श्रद्धांजलि दी?

सारांश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और देशभर के नेताओं ने आचार्य विनोबा भावे की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उनके जीवन और कार्यों को याद कर उन्हें नमन किया गया, जो आज भी समाज के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। जानें उनके विचारों और उनके योगदान के बारे में।

Key Takeaways

  • आचार्य विनोबा भावे का जीवन करुणा और निस्वार्थ सेवा का प्रतीक है।
  • भूदान आंदोलन ने सामाजिक न्याय की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए।
  • उनके विचार आज भी हमें प्रेरित करते हैं।

नई दिल्ली, 11 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आचार्य विनोबा भावे की जयंती के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर, पीएम मोदी ने भारत के आध्यात्मिक, सामाजिक और राजनीतिक परिदृश्य में उनके अद्वितीय योगदान को याद किया।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक संदेश में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "आचार्य विनोबा भावे को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि। उन्हें भारत के सबसे सम्मानित आध्यात्मिक नेताओं, स्वतंत्रता सेनानियों और समाज सुधारकों में से एक के रूप में स्मरण किया जाता है। उनका जीवन गांधीवादी आदर्शों को लोकप्रिय बनाने और हाशिए पर पड़े लोगों को सशक्त बनाने के लिए समर्पित था। उनके विचार हमें एक विकसित भारत के निर्माण के लिए प्रेरित करते हैं।"

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी आचार्य विनोबा भावे को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने लिखा, "भारत के महान विचारक और समाज सुधारक आचार्य विनोबा भावे जी की जयंती पर उन्हें श्रद्धापूर्वक नमन। उन्होंने भूदान आंदोलन के माध्यम से सामाजिक न्याय और समानता का मार्ग प्रशस्त किया। करुणा, अहिंसा और निस्वार्थ सेवा पर आधारित उनके आदर्श सदैव राष्ट्र निर्माण में प्रेरणा देते रहेंगे।"

केंद्रीय पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने आचार्य विनोबा भावे को याद करते हुए लिखा, "आचार्य विनोबा भावे को उनकी जयंती पर शत-शत नमन। एक सच्चे संत, गांधीजी के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी और भूदान आंदोलन की प्रेरक शक्ति, उन्होंने अपना जीवन करुणा और निस्वार्थ सेवा के लिए समर्पित कर दिया। उनके आदर्श एक समावेशी और आत्मनिर्भर भारत के हमारे संकल्प को प्रेरित करते रहते हैं।

केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने लिखा, "दूरदर्शी विचारक, आध्यात्मिक गुरु और समाज सुधारक आचार्य विनोबा भावे को उनकी जयंती पर शत-शत नमन। सत्य, अहिंसा और सामाजिक न्याय के लिए समर्पित उनका जीवन हम सभी को प्रेरित करता रहेगा।"

इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनका सादगी व शुचितापूर्ण जीवन जन-जन के लिए पाथेय है। मुख्यमंत्री ने कहा, "भूदान आंदोलन के प्रणेता, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, 'भारत रत्न' आचार्य विनोबा भावे की जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। समाज के उत्थान एवं कल्याण के लिए उन्होंने अपना जीवन समर्पित कर दिया, उनका सादगी व शुचितापूर्ण जीवन जन-जन के लिए पाथेय है।"

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने भी आचार्य विनोबा भावे को नमन किया है। उन्होंने लिखा, "विनोबा भावे का सम्पूर्ण जीवन राष्ट्र और समाज की सेवा को समर्पित रहा। भूदान और सर्वोदय आंदोलन के माध्यम से उन्होंने सामाजिक न्याय और समानता का मार्ग प्रशस्त किया और गरीब, वंचित और पिछड़े वर्ग के जीवन में आशा और परिवर्तन का संचार किया। विनोबा भावे के आदर्श, त्याग और विचारधारा हमें सदा एक समतामूलक, न्यायपूर्ण और मानवीय समाज के निर्माण की प्रेरणा देते रहेंगे।"

Point of View

जो हमें उनके विचारों को समझने और समाज में उनके योगदान को याद करने का अवसर प्रदान करता है। यह केवल एक व्यक्ति का स्मरण नहीं, बल्कि एक विचारधारा को पुनर्जीवित करने का प्रयास है।
NationPress
11/09/2025

Frequently Asked Questions

आचार्य विनोबा भावे कौन थे?
आचार्य विनोबा भावे एक महान विचारक, स्वतंत्रता सेनानी और समाज सुधारक थे जिन्होंने भूदान आंदोलन की स्थापना की।
प्रधानमंत्री मोदी ने आचार्य विनोबा भावे को श्रद्धांजलि क्यों दी?
प्रधानमंत्री मोदी ने आचार्य विनोबा भावे की जयंती पर उनके योगदान और विचारों को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी।
आचार्य विनोबा भावे के आदर्श क्या हैं?
उनके आदर्श करुणा, अहिंसा, और समाज के उत्थान के लिए निस्वार्थ सेवा पर आधारित हैं।