क्या प्रियंका गांधी ने बिहार की महिलाओं से 10 हजार रुपए लेने का आग्रह किया?

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क्या प्रियंका गांधी ने बिहार की महिलाओं से 10 हजार रुपए लेने का आग्रह किया?

सारांश

कांग्रेस की नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने बिहार की महिलाओं से अपील की है कि वे 10 हजार रुपए लेकर भी अपने वोट को सोच-समझकर डालें। उन्होंने भाजपा और मोदी सरकार पर आरोप लगाए हैं कि वे चुनाव के समय मतदाताओं को लुभाने का प्रयास कर रहे हैं। जानिए इस चुनावी रैली में उन्होंने और क्या कहा।

Key Takeaways

  • मतदाता को जागरूक रहना चाहिए।
  • पैसों के प्रलोभन से बचें।
  • राजनीतिक दलों की वादों की सच्चाई पर विचार करें।
  • अपने वोट का महत्व समझें।
  • बिहार के विकास पर ध्यान दें।

पटना, 1 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार की एनडीए सरकार पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव के समय मतदाताओं को लुभाने के लिए 10 हजार रुपए बांटे जा रहे हैं।

बेगूसराय के बछवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "चुनाव से पहले सत्ताधारी दलों ने कुछ नहीं दिया और अब वे 10 हजार रुपए दे रहे हैं। इसका क्या मतलब है? उन्हें अब आपकी जरूरत है, इसलिए वे पैसे बांट रहे हैं। अगर वे पैसे दें तो ले लीजिए, लेकिन अपना वोट बहुत सोच-समझकर डालें। उन्हें अपना वोट खरीदने न दें।"

प्रियंका गांधी ने कहा कि वे भी वादे कर रही हैं और अगर कांग्रेस इन्हें पूरा नहीं करे तो लोगों को कांग्रेस को हटा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि बिहार वह भूमि है जहां से महात्मा गांधी ने आजादी की लड़ाई शुरू की थी। फिर भी, इतिहास होने के बावजूद राज्य क्यों विकसित नहीं हुआ?

उन्होंने सवाल किया कि इस धरती ने देश को इतना कुछ दिया है। फिर सत्ता में बैठे नेताओं ने इस राज्य को ठीक से क्यों नहीं विकसित किया?

प्रियंका गांधी ने कहा कि संविधान समानता, स्वतंत्रता और वोट देने का अधिकार देता है, और आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने इन अधिकारों को कमजोर किया है।

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नेतृत्व वाली सरकार जाति और धर्म के आधार पर बांटने वाली राजनीति कर रही है और गैर-ज़रूरी मुद्दे उठाकर लोगों का ध्यान भटका रही है। उन्होंने यह भी कहा कि स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (एसआईआर) के दौरान 65 लाख वोट हटा दिए गए और दावा किया कि अगर आपका वोट कट जाता है, तो आपके अधिकार भी कट जाते हैं।

उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री समेत भाजपा के बड़े नेता बिहार में कैंपेन करते हैं, लेकिन महंगाई, बेरोज़गारी और पलायन जैसे मौजूदा मुद्दों पर बात नहीं करते। नौकरी नहीं मिल रही हैं और पलायन के कारण परिवार टूट रहे हैं। केरल से कश्मीर तक, मैंने बिहार के लोगों को हर जगह काम करते देखा है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने हर चीज पर टैक्स लगा दिया है, राष्ट्रीय संपत्तियों का प्राइवेटाइजेशन कर दिया है। कॉन्ट्रैक्ट पर आधारित रोजगार को बढ़ावा दिया जा रहा है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर उन्होंने कहा कि उन्होंने 20 साल तक बिहार पर राज किया है। अब वह कहते हैं कि वह 1.5 करोड़ नौकरियां देंगे। उन्होंने पिछले 20 सालों में ऐसा क्यों नहीं किया? क्या उन्हें लगता है कि जनता बेवकूफ है? उन्होंने आरोप लगाया कि एनडीए ने महंगाई और बेरोजगारी पर वादे किए, लेकिन बड़ी कंपनियों को अपने उद्योगपति दोस्तों को सौंप दिया और आम लोगों को कुछ नहीं दिया।

प्रियंका गांधी ने भाजपा के डबल-इंजन नारे पर भी निशाना साधा और मोदी सरकार पर दिल्ली से सेंट्रली फैसले लेने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी कहते हैं कि वे डबल-इंजन वाली सरकार चलाएंगे। मैं आपको बताना चाहती हूं कि उनके पास डबल इंजन नहीं है। उनके पास एक सिंगल इंजन है जो दिल्ली से चलता है।

प्रियंका ने यह भी दावा किया कि लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद बीजेपी ने जाति जनगणना पर अपना रुख बदल लिया। उन्होंने कहा कि भाजपा को 2024 के लोकसभा चुनाव में मनचाहे नतीजे नहीं मिले, और फिर उन्हें एहसास हुआ कि समीकरण बदल रहा है। इसीलिए उन्होंने जाति जनगणना के बारे में बात करना शुरू किया - लेकिन बाद में वे कोर्ट चले गए और इसे किनारे कर दिया।

Point of View

जिसमें वे मतदाताओं को जागरूक करने का प्रयास कर रही हैं। यह महत्वपूर्ण है कि मतदाता सोच-समझकर अपने अधिकार का उपयोग करें और किसी भी प्रकार की वित्तीय प्रलोभन से प्रभावित न हों।
NationPress
01/11/2025

Frequently Asked Questions

प्रियंका गांधी ने बिहार में किस मुद्दे पर बात की?
प्रियंका गांधी ने बिहार की महिलाओं से 10 हजार रुपए लेने की अपील की और मतदाताओं को सोच-समझकर वोट डालने की सलाह दी।
प्रियंका गांधी ने किस सरकार पर आरोप लगाया?
उन्होंने मोदी सरकार और एनडीए सरकार पर मतदाताओं को लुभाने के लिए पैसे बांटने का आरोप लगाया।
प्रियंका गांधी का मुख्य संदेश क्या था?
उनका मुख्य संदेश था कि मतदाता अपने अधिकार का सही उपयोग करें और किसी भी वित्तीय प्रलोभन से प्रभावित न हों।