क्या पुडुचेरी में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में चयन न मिलने पर क्रिकेटरों ने कोच पर हमला किया?
सारांश
Key Takeaways
- पुडुचेरी में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में चयन न मिलने पर विवाद हुआ।
- तीन क्रिकेटरों ने कोच पर हमला किया है।
- कोच को गंभीर चोटें आई हैं।
- पुलिस मामले की जांच कर रही है।
- खेल में चयन को लेकर गुस्सा बढ़ता जा रहा है।
पुडुचेरी, 10 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय घरेलू क्रिकेट के नामी टी20 टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के लिए राज्य की टीम में चयन न होने के कारण पुडुचेरी के तीन क्रिकेटरों ने अंडर-19 के हेड कोच पर अपना गुस्सा उतारा है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ पांडिचेरी (कैप) के अंडर-19 हेड कोच, एस वेंकटरमण पर तीन स्थानीय क्रिकेटरों ने कथित रूप से हमला किया। ये क्रिकेटर सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में चयन न होने से बेहद नाराज थे। यह हमला सुबह करीब 11 बजे कैप कॉम्प्लेक्स के अंदर इनडोर नेट्स में हुआ। कोच वेंकटरमण को सिर में चोट आई है और उनका कंधा भी फ्रैक्चर हो गया है। उन्हें 20 टांके लगे हैं।
घटना की प्राथमिकी सेदारपेट थाने में दर्ज कराई गई है। शिकायत में वेंकटरमण ने तीन क्रिकेटरों, कार्तिकेयन जयसुंदरम, ए. अरविंदराज, और एस. संतोष कुमारन का नाम हमलावरों के रूप में लिखा है। कोच का कहना है कि इस हमले के लिए क्रिकेटरों को भारतीदासन पांडिचेरी क्रिकेटर्स फोरम के सचिव जी. चंद्रन ने उकसाया।
रिपोर्ट के अनुसार, वेंकटरमण ने अपनी शिकायत में कहा, "8 दिसंबर, 2025 को सुबह करीब 11 बजे, मैं कैप कॉम्प्लेक्स के अंदर इनडोर नेट्स में था, तभी पांडिचेरी के सीनियर क्रिकेटर कार्तिकेयन, अरविंदराज और संतोष कुमारन आए और मुझे गालियां देने लगे, और जोर देकर कहा कि सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी टीम में उनका चयन न होने की वजह मैं था।"
हेड कोच ने कहा, "जब अरविंदराज ने मुझे पकड़ा, तो कार्तिकेयन ने संतोष कुमारन का बैट लिया और मुझे जान से मारने के इरादे से हमला कर दिया। उन्होंने मुझे मारा और कहा कि चंद्रन ने उनसे कहा था कि उन्हें मौका तभी मिलेगा जब वे मुझे मार देंगे।"
भारतीदासन पांडिचेरी क्रिकेटर्स फोरम के सेंथिल कुमारन ने चंद्रन पर लगे आरोपों का खंडन करते हुए कहा, "वेंकटरमण के खिलाफ पहले से कई केस दर्ज हैं। वह अक्सर स्थानीय क्रिकेटरों के साथ बदतमीजी करने और गंदी भाषा का इस्तेमाल करते हैं। चंद्रन के खिलाफ उनकी नाराजगी भी जगजाहिर है। हमने पिछले सात सालों में कैप के अंदर के कई मुद्दे बीसीसीआई के सामने उठाए हैं। इस वजह से भी उनकी हमसे नाराजगी है।"
पुलिस हमलावरों की तलाश में छापेमारी कर रही है।