क्या पुणे में दोस्त ने अपने ही दोस्त की हत्या कर दी?
सारांश
Key Takeaways
- पुणे में हुई एक सुनियोजित हत्या
- आरोपियों की गिरफ्तारी
- पुलिस की त्वरित कार्रवाई
- परिवार की न्याय की मांग
- सावधानी बरतने की अपील
पुणे, 15 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के पुणे में एक दोस्त ने अपने ही दोस्त की गोली मारकर हत्या कर दी। आरोपी घटना के बाद फरार हो गए थे, लेकिन पिंपरी चिंचवड़ पुलिस ने सभी चारों को पकड़ लिया।
जानकारी के अनुसार, 12 नवंबर को शाम लगभग 8 बजे कारोबारी नितिन गिलबिले अपनी फॉर्च्यूनर गाड़ी में बैठे थे। तभी कुछ हमलावरों ने उन पर गोली चलाई। नितिन को गाड़ी से बाहर खींचकर सड़क पर फेंका गया और फिर उसी फॉर्च्यूनर के पहियों तले कुचलकर आरोपी भाग गए। पूरी घटना पास के सीसीटीवी में कैद हो गई।
पुलिस ने फुटेज के आधार पर कार्रवाई शुरू की। डीसीपी मारुती जगताप के नेतृत्व में टीम ने अमित पठारे, विक्रांत ठाकुर, सुमित पटेल और आकाश पठारे को पुणे के विभिन्न इलाकों से गिरफ्तार किया।
पूछताछ में पता चला कि नितिन और आरोपियों के बीच जमीन के कारोबार में पैसों के लेन-देन को लेकर विवाद हुआ था। बदला लेने के इरादे से उन्होंने हत्या की योजना बनाई। पहले गोली मारी और फिर लाश को गाड़ी से कुचला, ताकि इसे हादसे का रूप दिया जा सके।
पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल की गई फॉर्च्यूनर गाड़ी भी बरामद कर ली है। तकनीकी जांच और गवाहों के बयान से आरोपी पकड़े गए।
पिंपरी चिंचवड़ पुलिस ने कहा कि यह एक सुनियोजित हत्या थी। सभी आरोपी आपराधिक पृष्ठभूमि वाले हैं और उन पर हत्या, साजिश और सबूत मिटाने के आरोप लगाए गए हैं।
वहीं, नितिन का परिवार इस घटना से गहरे सदमे में है। उनका कहना है कि नितिन एक ईमानदार कारोबारी थे और पुलिस से जल्दी न्याय की उम्मीद कर रहे हैं। परिवारवालों ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। किसी को भी बख्शा नहीं जाना चाहिए। हमें न्याय चाहिए।
पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे सतर्क रहें और इलाके में किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें, ताकि ऐसी वारदातों पर त्वरित कार्रवाई की जा सके।